रांची : मारवाड़ की संस्कृति के प्रतीक लोकपर्व गणगौर की सार्वजनिक पूजा की व्यवस्था श्री माहेश्वरी सभा द्वारा 1981 से राजस्थान की पुरानी परंपरा की विरासत को संजोए हुए गणेश नारायण साबू चौक, सेवा सदन पथ, अपर बाजार स्थित श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर परिसर में हर साल की गई।
गणगौर पूजा मारवाड़ी समाज का प्रमुख लोक पर्व है। जो होलिका दहन के दूसरे दिन से 16 दिनों तक कुवांरी कन्या व सुहागन महिलाओं का त्योहार है।
आज 11 अप्रैल 2024 दिन गुरुवार को गणगौर विसर्जन के साथ संपन्न होने के दिन श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर परिसर में सुबह 6.00 बजे से शुरू हुई गणगौर पूजा अपराह्न 2.00 बजे तक अनवरत चलती रही। गणगौर मिलान एवं विसर्जन के लिए अपराह्न 3.00 बजे से मारवाड़ी समाज की महिलाओं के आने का सिलसिला जो शुरू हुआ वो संध्या 6.30 बजे तक जारी रहा। मंदिर परिसर में गणगौर मिलान एवं बड़ा तालाब में गणगौर विसर्जन घाट की व्यवस्था माहेश्वरी समाज के तीनों संगठन (श्री माहेश्वरी सभा, माहेश्वरी महिला समिति, माहेश्वरी युवा संगठन) के सहयोग से सुचारू रूप से चला। माहेश्वरी भवन में लगायें गए गणगौर मेला में गणगौर विसर्जन करने आई महिलाओं ने रात्रि 8.00 बजे तक लजीज व्यंजन का आनंद लिया।
इस कार्यक्रम के मुख्य संयोजक शिव शंकर साबू ने यह जानकारी दी। इस महोत्सव को सफल बनाने में प्रदेश माहेश्वरी सभा अध्यक्ष राज कुमार मारु, सभा अध्यक्ष किशन जी साबू, सचिव नरेंद्र लाखोटिया, ओमप्रकाश बोड़ा, कुमुद लाखोटिया, लक्ष्मी चितलांगिया, शारदा लड्डा, विकास काबरा, अंकित बियानी, नयन बोड़ा, राधव सारडा, गोवर्धन प्रसाद भाला, दीपक मारु, प्रभात साबू, बंसत लाखोटिया, अमित मालपानी, मनमोहन मोहता, श्याम बिहानी, सौरभ डागा, अंकुर डागा, युवा संगठन अध्यक्ष विनय मंत्री, सचिव हेमंत माहेश्वरी, महिला समिति अध्यक्षा भारती चितलांगिया, सचिव बिमला फलोड़, अजय शंकर साबू, राजेश सोमानी, बिभोर डागा, सुरेश सारडा, राजेश साबू, अनिल साबू,राम बांगड़, विजय साबू, अनीता साबू, शशि डागा, सरिता चितलांगिया, अर्चना साबू, मोहित सोमानी, गौरव काबरा, सौविक बोड़ा, प्रकाश काबरा एवं समाज के तीनों संगठन के सदस्यों का साथ रहा ।