रायबरेली मातृभूमि सेवा मिशन इकाई रायबरेली द्वारा संचालित राना बेनी माधव पार्क शहीद स्मारक में प्रातः दैनिक नि:शुल्क योग शिविर में गायत्री महामंत्र का सामूहिक अभ्यास कराया गया। भारतवर्ष को जगाने वाला जो मंत्र है, वह इतना सरल है कि एक श्वास में उसका उच्चारण किया जा सकता है, वह है गायत्री मंत्र। इस पुनीत मंत्र का अभ्यास करने में किसी प्रकार के तार्किक ऊहापोह, किसी प्रकार के मतभेद अथवा किसी प्रकार के बखेड़े की गुंजाइश नहीं है। उक्त विचार प्रदीप पांडेय ने व्यक्त किया। गायत्री मन्त्र का नियमित रुप से 108 बार जप करने से व्यक्ति के आसपास नकारात्मक शक्तियाँ बिलकुल नहीं आती। जप से कई प्रकार के लाभ होते हैं, व्यक्ति का तेज बढ़ता है और मानसिक चिन्ताओं से मुक्ति मिलती है। बौद्धिक क्षमता और मेधाशक्ति, रितंभरा यानी स्मरणशक्ति बढ़ती है। गायत्री मन्त्र में चौबीस अक्षर होते हैं, यह 24 अक्षर चौबीस शक्तियों-सिद्धियों के प्रतीक हैं। इसी कारण ऋषियों ने गायत्री मन्त्र को सभी प्रकार की मनोकामना को पूर्ण करने वाला बताया है।
next post