केबी कॉलेज बेरमो में शुक्रवार को राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, यूनिट एक ने कैंपस के फलदार पौधे मे गोबर खाद डालने की गतिविधि प्राचार्य लक्ष्मी नारायण की अध्यक्षता में कार्यक्रम पदाधिकारी डा प्रभाकर कुमार के नेतृत्व में किया गया। प्राचार्य लक्ष्मी नारायण ने कहा मिट्टी और पौधे के लिए अमृत के समान है जैविक खाद। प्रो इंचार्ज प्रो गोपाल प्रजापति ने कहा भूमि की उपजाऊ शक्ति जैविक खाद से बढ़ोतरी होती है। डा अरुण कुमार रॉय महतो ने कहा जैविक खाद से भोजन में पौष्टिकता बनी रहती है। वर्तमान समय में जैविक खेती पर पुरजोर ध्यान दिया जा रहा है। कार्यक्रम पदाधिकारी डा प्रभाकर कुमार ने कहा जैविक खेती एक पद्धति है जिसमें रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों तथा खरपतवार नाशियों के स्थान पर जीवांश खाद, गोबर खाद, कंपोस्ट हरी खाद, जीवाणु कल्चर, जैविक खाद आदि जैव नाशियो बायो पेस्टीसाइड आदि का उपयोग किया जाता है। स्वयं सेवकों ने फलदार पौधे मे गोबर खाद डाला। स्वयं सेवकों ने संदेश दिया कि खाद मिट्टी के गुणों मे सुधार करती है, पौधों की वृद्धि व स्वास्थ्य को बढ़ाती है और पानी का सरंक्षण करती है। मिट्टी की उर्वरता को जैविक खाद से बढ़ाया जा सकना संभव है। स्वयं सेवकों ने पोस्टर के माध्यम से जैविक खेती पर सन्देश दिया। जिनमें प्रथम कुमार रहे , स्लोगन के माध्यम से प्रज्ञा कुमारी संदेश दिया। भाषण के माध्यम से मिलन कुमार गुप्ता ने संदेश दिया । उत्कृष्ट प्रदर्शन वालों और पौधों में गोबर खाद डालने के श्रमदान व जागरूकता करने वाले स्वयं सेवकों तस्लीम अख्तर, अविनाश कुमार यादव, शहजादी सहगूफा, प्रज्ञा कुमारी, मिलन कुमार गुप्ता, संजय प्रजापति को प्रमाण पत्र व मेडल कर सम्मानित किया गया। ये स्वयं सेवक गोद लेने वाले गांव के ग्रामीणों को जैविक खेती के महत्व को समझाएंगे और जागरुकता का हर संभव प्रयास करेंगे। कैम्पस गतिविधि कार्यक्रम में प्राचार्य लक्ष्मी नारायण, कार्यक्रम पदाधिकारी डा प्रभाकर कुमार, प्रो इंचार्ज प्रो गोपाल प्रजापति, जंतु शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डा अरुण कुमार रॉय महतो, डा आर पी पी सिंह, सदन राम, दीपक कुमार राय, बालेश्वर यादव, भगन घासी, संजय समेत पुरुष एवं महिला स्वयं सेवकों की उपस्थिति रही। तीन दिवसीय कैम्पस गतिविधि कार्यक्रम का आज समापन हो गया।
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