कस्तूरबा श्री विद्या निकेतन ढोरी की ओर से सोमवार से सात दिवसीय समर कैंप की प्रारंभ किया गया। समर कैंप की शुभारंभ कबूतर उड़ाकर की गई। प्रधानाचार्य रण सुमन सिंह ने कहा कि कबूतर शांति का प्रतीक है। इसके साथ ही उन्होंने समर कैंप में भाग लेने वाली छात्राओं को खेल भावना के साथ हिस्सा लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि समर कैंप का उद्देश्य खेल भावना जगाने के साथ-साथ उन्हें प्रोत्साहित करना और उनकी छिपी हुई प्रतिभा को निकालना है। उन्हें स्कूल में पढ़ने के दौरान ही आत्मरक्षा के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास से जोड़ना है। कहा कि 27 मई से 2जून 2024 तक आयोजित होने वाले कैंप के दौरान आर्ट एंड क्राफ्ट, भोजन विधि एवं निर्माण, पेंटिंग, बास्केटबॉल, एथलेटिक, कराटे, इंडियन और क्लासिकल म्यूजिक और डांस जैसी गतिविधियां आयोजित होगी। समर कैंप के पहले दिन ही छात्राएं बेहद उत्साहित दिखीं।

विद्यालय के सचिव धीरज कुमार पांडेय ने समर कैंप के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा की समर कैंप के माध्यम से नेतृत्व क्षमता छात्र- छात्राओं में विकास होता है एवं समूह में रहने का अभ्यास होता है। यह एक प्रकार का समाजीकरण की प्रक्रिया है। कार्यक्रम प्रमुख संजू ठाकुर ने समर कैंप के महत्व एवं भूमिका पर प्रकाश डाला। पहले दिन 165 छात्राएं समर कैंप में शामिल हुई. इससे छात्राएं काफी उत्साहित दिखी।