सतबरवा(पलामू) : स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत जिला जल एवं स्वच्छता समिति के निर्देशानुसार सतबरवा प्रखंड मुख्यालय सहित विभिन्न पंचायतों में बुधवार को मासिक धर्म स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर मास्टर ट्रेनर प्रीति कुमारी द्वारा ग्रामीण महिलाओं व किशोरियों को मासिक धर्म के संबंध में जागरूक किया गया।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण चरण-2 के अंतर्गत महिलाओं एवं किशोरियों को सुरक्षित मासिक धर्म प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया गया। प्रीति कुमारी ने सच्चाई और मिथक के बीच के अंतर को समझाते हुए कहा कि मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, स्वाभाविक है। यह शुद्ध है, यह कोई शर्म की बात नहीं है,कोई बोझ नहीं है,यह सुंदर है, ईश्वर का अच्छा उपहार है,आशीर्वाद है।

रक्तस्राव से शक्ति बढ़ती है इसलिए महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए और सेनेटरी पैड के उपयोग और निपटान पर ध्यान देना चाहिए इस दौरान धार्मिक कार्य करने की आजादी सहित किसी भी चीज में रोक नहीं लगानी चाहिए। उन्होंने बताया कि आज भी देश की 22 प्रतिशत महिलाएं मासिक धर्म के बारे में पूरी तरह से जागरूक नहीं हैं। कई पड़ावों से गुजरना पड़ता है, इन्हीं में से एक है पीरियड्स जो कि एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। यह महिलाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। हालांकि इस दौरान साफ-सफाई न होने के कारण कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में हर साल जागरुकता फैलाने के लिए विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस मनाया जाता है। मौके पर दुलसुलमा पंचायत की जल सहिया ममता देवी, कुमारी दीक्षा, एवं पुष्पा देवी सहित कई महिलाएं एवं किशोरियां उपस्थित थी।