जिला बनाने की संघर्ष को लेकर लिए गये कई अहम फैसले
बेरमो जिला बनाओ संघर्ष समिति की कोर कमिटी की अहम बैठक बुधवार को समिति के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा की अध्यक्षता मे की गई। बैठक मे जिला परिषद अध्यक्ष सुनीता देवी, मुखिया संघ के अध्यक्ष रानी मुर्मू, भाजपा ओ बी सी मोर्चा के अध्यक्ष चितरंजन साव, अधिवक्ता संघ के माहा सचिव वकील प्रसाद महतो, समिति के संयोजक संतोष कुमार नायक और मुखिया संघ की सक्रिय सदस्य नीलम श्रीवास्तव ने मुख्य रूप से बैठक मे भाग लिया और बेरमो जिला बनाने के लिए अपने अपने विचार को साझा किया। वहीं बैठक मे सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि आचार संहिता अब समाप्त हो गई है अब एक बार फिर से जिला बनाओ संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलन प्रारंभ किया जाये।
वहीं चितरंजन साव ने कहा की आंदोलन को गति देने के लिए 11 जून से प्रत्येक पंचायत में जन जागरण अभियान के तहत अभियान चलाकर सभी पंचायत के लोगों को जागरूक किया जाये। जिला बनने से बेरमो अनुमंडल के वासियों को क्या लाभ है, और जिला नहीं बनने से अब तक क्या नुकसान हो रहा है ये सभी बाते लोगो के बीच अपने विचारों को बांटा जाये जिससे लोग इसके महत्व को समझें। वहीं जिला परिषद अध्यक्ष सुनीता देवी ने कहा की प्रत्येक पंचायत में प्रतिदिन अलग-अलग पंचायत में प्रवास किया जाये। लोगो के बीच रात्रि चौपाल लगाकर जिला के फायदे और नुकशान के बारे मे बताया जाये। जिला बनाओ संघर्ष समिति अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा ने कहा प्रतिदिन अलग-अलग पंचायत में एक रात्रि का विश्राम की जाये और साथी लोगों को जागरुक भी करने का काम करेंगे। 50 दिन पूर्ण होने पर 1अगस्त को संपूर्ण बेरमो बंद का आह्वान किया गया है। अधिवक्ता संघ के सचिव ने कहा की जिला बनाओ संघर्ष समिति का आदोलन लगभग 3 वर्षों से निरंतर चल रहा है जिसका समय-समय पर प्रखंड पदाधिकारी से लेकर अनुमंडल पदाधिकारी, जिला उपायुक्त, कमिश्नर ऑफिस, मुख्यमंत्री, विधान सभा अध्यक्ष एवं राज्यपाल को भी ज्ञापन सोपा गया है। सरकार की उदासीन रवैया को देखते हुए जिला बनाओ संघर्ष समिति आर पार की लड़ाई लड़ने के मूड बन चुकी हैं। वहीं जिला बनाओ संघर्ष समिति के संयोजक संतोष कुमार नायक ने का पिछले बार आंदोलन मे 86 दिन-रात बैठा रहा लेकिन आचर सहिता के कारण उठना पड़ा था लेकिन इसबार यदि आंदोलन पर बैठा तो जिला लेकर ही उठूंगा।