दलाल भी झाड़ा अपना पल्ला, जान तो बच गई मगर जीवन हुआ बर्बाद
जारंगडीह : पेटरवार प्रखंड के खेतको पंचायत निवासी रामेश्वर करमाली के 30 वर्षीय पुत्र मनोज करमाली मुम्बई गया था। रोजगार कमाने मगर एक हादसे में उसने अपने हाथ और पैर गंवा बैठा। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मनोज लगभग चार माह पूर्व रांची के एक दलाल के माध्यम से मुंबई रोजगार की तलाश में गया था। उक्त ठेकेदार सह दलाल इसे ना मालूम कंपनी में नौकरी लगा भी दिया। वही कार्य के दौरान इस व्यक्ति के साथ घटना घट गई, जिसमें इस वक्त ने हाथ पैर कट कर शरीर से अलग हो गया। उसकी जान तो बच गई मगर घर में अपाहिज बन पड़ा है और लोगों से मदद की गुहार लगा रहा है। घटना के संबंध में पीड़ित ने जानकारी देते हुए बताया कि यहां बेरोजगारी से जूझ रहा था। इसी बीच रांची के एक व्यक्ति से उसका संपर्क हुआ जो दूसरे प्रदेशों में मजदूर सप्लाई का काम करता था। बेहतर वेतन का झांसा देकर वह मुझे मुंबई ले गया और एक कंपनी में काम लगवा दिया कार्य के दौरान मशीन में फंसकर मेरा एक हाथ और एक पैर कट कर शरीर से अलग हो गया। घटना के बाद कंपनी के लोगों ने मुझे लावारिस अवस्था में अस्पताल में डाल छोड़ दिया। घरवालों को घटना की जानकारी मिलते ही मेरे परिजन मुंबई पहुंचे और जैसे तैसे मेरा इलाज करवा कर वापस गांव ले आया। मगर इस हादसे के बाद मैं पूरी तरह अपाहिज और अपंग हो गया हूं। कहा कि एक तो पहले से ही गरीबी से जुझ रहा था और अब यह आपदा। उन्होंने आपदा विभाग राज्य सरकार और समाजसेवी संस्थाओं से मदद की गुहार लगाई है। कहां कि उसकी स्थिति ऐसी है कि उसका जीवन बद से बदत्तर हो गया है। बताता चलू की मनोज विवाहित है और एक छह वर्षीय पुत्री का पिता भी है। कहा कि जिंदगी मौत बनकर रह गई सरकार अगर कोई मदद नहीं करती है, तो वह न्यायालय से इच्छा मृत्यु के लिए आवेदन देंगे। यहां एक बात साफ कर दूं कि घायल मनोज का इलाज तक कंपनी ने नही करवाई और लेवर सप्लाई करने वाला तथाकथित ठेकेदार ने कहा कि जब इंश्योरेंस का पैसा मिलेगा तो उसे मुआवजा मिल जायेगा। मगर इसकी संभावना कम ही नजर आती है। अब सवाल उठता है कि इस युवक का क्या होगा इसे मदद कहा से मिलेगा।