बेरमो जिला बनाओ संघर्ष समिति के बैनर तले समिति के संयोजक संतोष नायक 51 दिन के प्रवास पर मंगलवार को निकल पड़े। बेरमो अनुमंडल के विभिन्न पंचायतों में एक-एक रात का प्रवास कर पंचायत के लोगो को जागरूक करेंगे की 51 वर्ष बीत जाने के बाद भी बेरमो अनुमंडल को जिला का दर्जा नही मिल सका इस बात को उठायेगे।
पूरे झारखंड प्रदेश में सबसे पुराना अनुमंडल है और जिला बनने की सभी अहर्ता पूर्ण करता है, इसके बावजूद आज तक जिला नहीं बन सका है। जिला बनाओ रथ को जिला परिषद अध्यक्ष सुनीता देवी एवं अधिवक्ता संघ सह जिला बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा, सचिव वकील महतो, भाजपा ओ बी सी मोर्चा के अध्यक्ष चितरंजन साव एवं तेनुघाट पंचायत मुखिया प्रतिनिधि संतोष श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके पूर्व जिला बनाने को लेकर 86 दिनो का अनिश्चित कालीन धरना- प्रदर्शन तेनुघाट अनुमंडल कार्यालय के समीप किया गया था। जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री झारखंड सरकार हेमंत सोरेन एवं वर्तमान मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, विधान सभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो एवं राज्यपाल को जिला की मांग को लेकर गोमिया विधायक डॉक्टर लंबोदर महतो के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया था। मुख्य मंत्री चांपाई सोरेन के स्क्रात्मक पहल पर लोक सभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए धरना प्रदर्शन को तत्काल स्थगित किया गया था।

पुनः विधान सभा से पूर्व जिला की मांग को लेकर आंदोलन को गति देने की दिशा में समिति आर-पार के लड़ाई लड़ने के लिए निकल पड़ी है।आंदोलन को गति देने के लिए 11 जून से प्रत्येक पंचायत में जन जागरण अभियान के तहत अभियान चलाकर सभी पंचायत के लोगों को जागरूक किया जाएगा। जिला बनने से बेरमो अनुमंडल के वासियों को क्या लाभ है और जिला नहीं बनने से अब तक क्या नुकसान हो रहा है, इस बात से लोगो को अवगत कराया जायेगा।