देर रात बेरमो एसडीएम से वार्ता के बाद हटाया गया सड़क जाम
बेरमो वासियों ने एक बार फिर दिया आपसी सौहार्द बनाये रखने का सुबूत, असमाजिक तत्वो के मंसूबे पर फिरा पानी
बोकारो जिला के बोकारो थर्मल थाना क्षेत्र के जारंगडीह बाबु क्वार्टर दोमुहन के समीप दामोदर नदी तट पर स्थित पम्प हाउस के निकट बीते देर शाम प्रतिबंधित मवेशी के अंग के कुछ टुकड़े नदी के प्रवाह मे बहते मिलने पर लोग आक्रोश से भर उठे और जमकर हंगामा किया। इसके विरोध में ग्रामीणों ने बेरमो गोमिया मुख्य सड़क को जारंगडीह भगत सिंह चौक के समीप जाम कर दिया। सोमवार को बोकारो थर्मल थाना और पेटरवार थाना के बीच बहने वाली दामोदर नदी में मवेशी अंग के टुकड़े पाए गये। जिसकी सूचना के बाद उत्तेजित लोगों ने सड़क जाम कर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर उसे जेल भेजने की मांग शुरु कर दी।यह जाम देर शाम लगभग 8 बजे शुरू हुई जो लगभग मध्य रात्रि एक बजे तक लगातार जारी रहा। खेतको जारंगडीह के बीच स्थित दामोदर नदी बाबू क्वार्टर घाट में मवेशी के अंगों के कई टुकड़े मिले। इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त था। इसकी सूचना मिलने पर तत्परता दिखाते हुए बोकारो थर्मल थाना प्रभारी, पेटरवार थाना प्रभारी, गांधीनगर थाना, कथारा ओपी आदि थाने दलबल के साथ घटनास्थल पहुंचकर जायजा लिया और शांति व्यवस्था कायम करने मे जुटे रहे। ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर जारंगडीह भगत सिंह चौक के समीप रोड जाम कर नारे लगाना शुरू कर दिये। उन्होंने इसमें शामिल आरोपियों को जेल भेजो, फांसी दो की नारेबाजी करते हुए जांच कर आरोपियों पर कठोर से कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। जाम के दौरान आक्रोशित लोगो ने सड़क को अवरुद्ध कर टायर जला दिया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस स्थान पर रोजाना 200 से 300 की संख्या में महिलाएं स्नान करने जाती हैं। इतना ही नहीं नदी की इसी जगह से सीसीएल की कॉलोनी एंव बेरमो के विभिन्न क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति की जाती है। इसलिए दोषी को जेल भेजते हुए दामोदर की सफाई कराई जाए। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस घटनास्थल पर मौजूद थी। इसको लेकर फिलहाल पुलिस कुछ भी बोलना नहीं चाहती, हालांकि बोकारो थर्मल इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी शैलेश कुमार ने इतना जरूर कहा है कि दोषी को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। वही मामले की संवेदन शीलता को देखते हुए बेरमो एसडीएम अशोक कुमार स्वयं आंदोलन स्थल पर पहुच आक्रोशित लोगो से इस संबंध में बात करने के साथ-साथ दामोदर तट के उस स्थल का भी निरीक्षण किया और लोगो को आश्वस्त किया कि तेनुघाट डैम से प्रयाप्त मात्रा में पानी छोड़ा जायेगा ताकि मवेशी के जो अंग बह रहे हैं। वह पुरी तरह बहकर अनियंत्र चला जाये और दामोदर साफ हो जाये तथा यह भी कहा कि इस घटना के आरोपी को पुलिस चिन्हित करने मे जुटी हैं जल्द ही दोषी को सजा दिलाया जायेगा। इस सफल वार्ता के बाद आंदोलनकारी अपना आंदोलन वापस लिये और जाम हटाया जा सका। वही मंगलवार को अहले सुबह बोकारो थर्मल थाना पुलिस की देख रेख मे तेनुघाट डैम से पानी छोड़ा गया। घटना स्थल पर चार थानों के पुलिस बल के अलावे बेरमो बीडीओ, बेरमो सीओ, बेरमो एसडीएम आदि आंदोलन समाप्त होने तक घटना स्थल पर ही जमे रहे। वही दुसरी तरफ बेरमो की जनता ने एक बार फिर असमाजिक तत्वो के सौहार्द बिगाड़ने के मंसूबे पर पानी फेर दिया।