रायबरेली : भदोखर थाना क्षेत्र में तो लगता है नियम कानून खाकी की हनक के नीचे चलता है। जहां क्षेत्र में अवैध कच्ची शराब अवैध खनन का काम तो हो ही रहा है । लेकिन इन सब के बाद हत्या और आत्महत्या जैसे मामलों में भी पुलिस किस तरह काम करती है। उसे तो यही लगता है कि थाने पुलिस अपने मनमर्जी का काम करने की कला सीख चुकी है। थाना क्षेत्र के पूरे भवानी मजरे गढ़ी मुतव्ली निवासी राम सजीवन रैदास ने 22 जून को थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी। उसकी बेटी को ससुराल वालों ने मार कर पेड़ में लटका दिया है और बता रहे हैं कि उसने आत्महत्या कर ली है। पिता रामसजीवन ने बताया कि उसकी बेटी अनामिका ने पड़ोस के ही गांव पूरे मिश्रन का पुरवा मजरे सुलखियापुर के एक युवक के साथ प्रेम में पड़कर भाग गई थी और उसी से प्रेम विवाह कर ससुराल में रहने लगी। जिसके बाद वह अपने मायके नही आई पर अपनी बड़ी बहन से मिलती तो ससुराल में हो रही प्रताड़ना की शिकायत भी करती थी। लेकिन खुद अपने माता पिता के साथ की गई गलती का अहसास उसको भी था। इसी कारण अपने ससुराल में होने वाले सितम की कहानी केवल अपनी बहन जो उसी गांव में ब्याही है उसी को बताती थी। परिवार वालो का कहना है शनिवार के दिन उसके पास सूचना आती है की उसकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है। परिवार जब रोता पिटता जब घटना स्थल पर पहुंचा तो उसकी बेटी एक पतली डाल के सहारे एक रस्सी से लटकती मिली। जबकि प्रत्यक्षदर्शियो का कहना है की मौत को गले लगाए अनामिका के शरीर पर चोट के कई निशान थे। यहां तक कि जिस पेड़ से उसे लटका बताया जा रहा है उसकी न तो डाल ही इतनी मजबूत है और न ही उसका पैर ही जमीन से उठा दिखाई दे रहे थे। परिजन का यह भी कहना है कि अभी पुलिस ने उनकी तरफ से दी गई तहरीर पर किसी भी प्रकार का मुकदमा नहीं किया और ना ही अभी तक पोस्टमार्टम की रिपोर्ट की पुलिस दे रही है। इससे की मौत के वास्तविक कारण का पता चल पाए । मृतका के परिजनों का कहना है की 24 घंटे में उनकी बेटी को इंसाफ ना मिला तो इसके बाद पूरा परिवार पुलिस मुख्यालय में आकर धरने पर बैठ जाएगा और जब तक इंसाफ नहीं मिलेगा, तब तक वहीं पर उनके परिवार की मांग जारी रहेगी।