सिजुआ : टाटा कोलियरीज के भेलाटांड़ में कर्यरत असंगठित मजदूरों ने अपनी 15 सूत्री लंबित मांगों के समर्थन में असंगठित मजदूर संयुक्त मोर्चा के बैनर तले भेलाटांड़ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर धरना दिया। मांगों में मजदूरों ने महाप्रबन्धक टाटा स्टील झरिया डिवीजन को लिखे पत्र में कहा है कि वर्षो से कार्यरत ठेका मजदूरों का शत प्रतिशत पीएफ जमा नही किया जाता है। केंद्र सरकार के श्रम विभाग द्वारा मजदूरों के लागू न्यूनतम मजदूरी से उन्हें वंचित रखना, न्यूनतम मजदूरी देने के साथ साथ अकाश्मिक छुट्टी पर रोक लगाना, कंपनी के स्थाई मजदूरों जैसा कार्य करने के बावजूद भी संयुक्त रूप से सुरक्षा सामग्री नही देना एवं कार्य के दौरान किसी प्रकार का घटना होने पर क्षतिपूर्ति नही देना, ठेका मजदूर को साप्ताहिकी अवकाश के दिन कार्य लेने के एवज में अतिरिक्त समय तक कार्य कराने के लिए दोगुना हाजरी नही देना ठेकेदारों का शोषण नीति प्रमाणित करना, बोनस भूगतान अधिनियम के तहत वार्षिक बोनस 8,33 प्रतिशत नही दिया जाना कामगारों के प्रति दुर्भागय का प्रतिक होना। कामगारों को वीटीसी भेजने पर उपस्थिति वेतन नही देना तथा ठेकेदार द्वारा कंपनी निर्देश में चिकित्सा जाँच हेतु भेजना और चिकित्सा खर्च नही देना, इत्यादि मख्य मांगे शामिल है। जिसे टाटा प्रबंधन देने में कोताही बरत रही है। मजदूरों ने आगे यह भी लिखा है कि ठेका मजदूरों की उपरोक्त लंबित मांगें न्यायिक हक हेतु 5 दिनों के अदर सत्यापित करने हेतु सबंधित को निर्देश करे ताकि कर्मी ठेकेदार और प्रबन्धन के बीच निर्णय हो और औधोगिक व्यवस्था शांति बरकरार रहे अन्यथा ऐसा न होने पर उतेजित मजदूर किसी भी प्रकार के उग्र आंदोलन छेड़ने को बाध्य होंगे। जिसकी क्षतिपूर्ति की सारी जबाबदेही टाटा कोलयरी प्रबंधन एवं ठेकेदार के होने की बात कही गई है। मौके पर आनन्द गोप, मुकेश पासवान, राजा पासवान, सूरज कुमार पासवान, राजेश कुमार, अमित कुमार महतों, मनोज कुमार, हीरालाल महतो, मनोज झा, मंटू कुमार इत्यादि के अलावे सैकड़ो असंगठित ठेका मजदूर उपस्थित थे।