जारंगडीह के अधिकारियों से वार्ता के बाद आंदोलन समाप्त
दो दिनों का दिया गया समय, लोग कंपनी मे रोजगार की कर रहे थे मांग
रविवार को सीसीएल कथारा क्षेत्र के जारंगडीह परियोजना में आउटसोर्सिंग कंपनी में रोजगार की मांग को लेकर स्थानीय बेरोजगारों और विस्थापितों ने प्रथम पाली में लगभग दो घंटो तक काम रोक कर धरने पर बैठ गया पर जारंगडीह कोलियरी मैनेजर ने दो दिनों का समय लिया और लोगो को विश्वास दिलाया कि स्थानीय लोगो को आउटसोर्सिंग कंपनी काम पर अवश्य रखेगी। इसके बाद ही आंदोलनकारी वहां से हटे और कार्य पुन: चालू हो सका। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार जारंगडीह परियोजना मे वर्तमान समय मे कृष्णा इंफ्रास्ट्रक्चर नामक कंपनी ओबी हटाने का कार्य कर रही है। मगर मशीनों के साथ साथ कंपनी ने बाहर से ही आपरेटर और कामगार भी ले आये और स्थानीय लोगो को काम देने से साफ मना कर रही है। इसी बात को लेकर आज खेतको, असनापानी, बोडिया बस्ती, जारंगडीह, बोकारो थर्मल आदि जगहों के दर्जनों बेरोजगार व विस्थापित अपने विरोध दर्ज किया। इस आंदोलन में आपरेटरों के साथ साथ अन्य लोग भी शामिल थे। लोगों ने कहा कि राज्य के आदेश के अनुसार कंपनी को 75 प्रतिशत स्थानीय कामगारों को रोजगार देना ही होगा नही तो आउटसोर्सिंग के कार्य को चलने नही दिया जायेगा। बहरहाल जब से यह आउटसोर्सिंग यहां कार्य शुरू किया है, तब से विवादों में घिरा हुआ है। अब देखना बाकी है कि यह आंदोलन कितना रंग लाता है।