रायबरेली की नगर पालिका परिषद में लगातार चल रहा विवाद अब जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचा है। उत्तर प्रदेश में सफाई मजदूर संघ के नेतृत्व में आज कर्मचारियों ने जिलाधिकारी पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने बताया कि पालिका में कर्मचारियों के मूल पद पर काम न करने कारण वाल्मीकि और हेला समाज के कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। इन कर्मचारियों का कहना है कि जब से इन्होंने कार्यभार संभाला है, तब से कभी भी अपने मूल पद पर काम ही नहीं किया है और मन माने ढंग से वेतन लेकर चले आ रहे हैं। इस कारण से अन्य कर्मचारियों पर कार्य का भी अतिरिक्त आधार पर रहा है और पूरा शहर गंदगी से बजबजा रहा है। सीवर सफाई को लेकर जो विवाद चल रहा है उस पर कर्मचारी नेताओं ने कहा कि इसमें स्थाई कर्मचारियों से काम दिया जाए और कर्मचारियों का एक करोड़ का बीमा कराया जाए और उन्हें सभी उपकरण उपलब्ध कराए जाए तथा किसी भी हाल में कर्मचारियों को सीवर के भीतर न उतर जाए। जिसको लेकर पालिका अध्यक्ष और अधिशाषी अधिकारी के बीच में तनातनी चल रही है। वहीं आउटसोर्सिंग और ठेके कर्मचारियों को प्रत्येक माह की 1 से 10 तारीख के बीच वेतन वितरण करने तथा 2022 का इन कर्मचारियों का बकाया वेतन दिलवाये जाने की मांग की । संघ नेताओं ने कहा कि इसको लेकर कई बार जिला प्रशासन और पालिका को अवगत कराएगा लेकिन हमेशा उसने इन ज्वलनशील मुद्दों को दर किनारे किया है, लेकिन अब यदि जिला प्रशासन और नगर पालिका नहीं मानता है तो एक आंदोलन होगा।
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