जीएम के समक्ष आउटसोर्सिंग प्रतिनिधियों व युनियन नेताओं के बीच सफल वार्ता के बाद आंदोलन समाप्त
जल्द ही हटाये गये मजदूरों का होगा समायोजन : सिंह
रिपोर्ट : मुकेश लाल
बुधवार को राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के बैनर तले व यूनियन के क्षेत्रीय अध्यक्ष व सचिव के नेतृत्व में जारंगडीह मे कार्यरत आउटसोर्सिंग कंपनी एनइपीएल के विरुद्ध जोरदार प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। इस आंदोलन को लेकर मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों आउटसोर्सिंग कंपनी एनइपीएल बिना कोई कारण बताये अपने अधिन कार्यरत लगभग 136 मजदूरों को काम से हटा दिया, जबकि मजदूरों ने बताया कि अभी भी उन लोगो का कंपनी के उपर कुछ रुपया बकाया है। ज्ञात हो कि जारंगडीह परियोजना मे प्रबंधन ने दो आउटसोर्सिंग कंपनी को हायर किया जिसमे एनइपीएल और कृष्णा इंफ्रास्ट्रक्चर नामक कंपनी शामिल हैं। घंटो चले इस विरोध आंदोलन के बाद सीसीएल कथारा मुख्य महाप्रबंधक संजय कुमार द्वारा यूनियन के नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया गया। वार्ता में जाने से पुर्व यूनियन के एरिया अध्यक्ष अजय कुमार सिंह व एरिया सचिव विल्सन फ्रांसिस उर्फ बबलू फ्रांसिस ने मिडिया से बात करते हुए बताया कि एक ओर मजदूरों और कामगारों के श्रम के दम पर अपने आमदनी में लगातार इजाफा कर रहा। वहीं सीसीएल प्रबंधन मजदूरों की सुविधा मे लगातार कटौती कर रहा है। यूनियन के एरिया अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि सीसीएल कथारा क्षेत्र मे इस समय कुल पांच अस्पताल पुरी तरह बंद कर दिया गया है। जबकि एरिया सचिव श्री फ्रांसिस ने कहा कि इससे पुर्व भी मजदूरों के तबादले को लेकर आंदोलन किया गया था जिसके बाद वार्ता में तय हुआ था कि किसी भी कामगार को यहां से नही बदला जायेगा मगर वार्ता के बाद भी सीसीएल प्रबंधन ने शर्तो को तोड़ा है। कहा कि हमारी यूनियन मजदूरों के साथ किसी भी किमत पर बर्दाश्त नही किया जायेगा। मिडिया से बात करने के बाद यूनियन के अध्यक्ष व सचिव के नेतृत्व में मजदूरों का एक प्रतिनिधिमंडल सीसीएल जीएम कार्यालय पहुची जहां जीएम के अलावे जारंगडीह परियोजना पदाधिकारी परमानंद गुंईन, एसओपी तथा दोनों आउटसोर्सिंग कंपनी के प्रतिनिधि मौजूद थे। घंटो चले सफल वार्ता में यह तय हुआ कि जिन भी मजदूरों को काम से हटाया गया है। उसमे से कुछ को तत्काल चयन कर वापस ले लिया जायेगा। बाकी बचे मजदूरों को और मशीन आने के बाद वापस काम पर रख लिया जायेगा। जबकि कृष्णा इंफ्रास्ट्रक्चर के मालिक के अनुसार जल्द ही उनके और मशीन कार्य स्थल पर उतरने वाली है किसी भी मजदूर को शिकायत का मौका नही दिया जायेगा। वार्ता में यह भी तय हुआ कि जिन भी मजदूरों का पैसा बकाया है कंपनी जल्द से जल्द उसका भुगतान करेगी। इस सफल वार्ता के बाद इस आंदोलन की समाप्ति घोषणा कर दी गई। जबकि इस आंदोलन में उपरोक्त नेताओं के अलावे मो इरशाद, टिंकू पंडित, ललीत रजक, प्रदीप राम, सरदूल सिंह, किशेार भुईयां, रवि शंकर दूबे, कैलाश चौहान, सूरज घासी, दिपक मुखी, संतोष सोनार आदि सैकड़ों मजदूर उपस्थित थे ।