रायबरेली में योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति भ्रष्टाचारियों पर बेअसर साबित हो रही है। जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत से ग्राम प्रधान पर चोरी से कीमती पेड़ कटवाए जाने का ग्रामीणों ने आरोप लगाया है और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी किया है। दरसशल सदर तहसील क्षेत्र के मोहम्मदपुर कुचरिया गांव के कंपोजिट विद्यालय में लगे यूकेलिप्टस सहित अन्य पेड़ों को स्कूल बंद वाले दिन ग्राम प्रधान पर चोरी से कटवाने का ग्रामीणों ने आरोप लगाया है । पेड़ों के काटे जाने का ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है। यहां के रहने वाले हरीश कुमार शुक्ला ने बताया कि जब वह शाम को विद्यालय की तरफ गए तो वहां पर पेड़ों को काटकर लादा जा रहा था काटने वालों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि नया विद्यालय का भवन बना है इसलिए यहां पेड़ों की कटाई की जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि, करीब 10 लाख के कीमती पेड़ों को बिना नीलामी व बिना किसी सूचना के ही 30 से ₹40000 हजार में बेंच लिया गया । जिसके हिस्सेदारी खंड शिक्षा अधिकारी रही प्रधान व अन्य लोग हैं। मामला उजागर होने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा 18 जुलाई को घोटाला छुपाने के लिए पेड़ों को काटे जाने की नीलामी पत्र जारी किया गया जबकि 25 जून को यानी की 1 माह पहले ही पेड़ कट गए थे। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अगर एक महीने पहले पेड़ काटे गए तो एक महीने बाद नीलामी की विज्ञप्ति कैसे जारी की गई जिम्मेदार अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।
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