करगली मे जीएम के संतोषजनक वार्ता के बाद आन्दोलन स्थगित
सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र के एकीकृत कोनार खासमहल परियोजना के मुख्य द्वार पर पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को 7 सूत्री मांगों को लेकर संगठित एवं असंगठित मजदूर संघर्ष मोर्चा के बैनर तले कोनार – खासमहल परियोजना का ट्रांसपोटिंग ठप कर दिया गया है। करगली आफिसर्स क्लब मे महाप्रबंधक के रामाकृष्णना के अध्यक्षता मे त्रिपक्षीय वार्ता हुई। सभी मांगो पर संतोष जनक वार्ता हुई। जीएम ने कहा कि लोकल सेल से जुड़े लोग भी कंपनी के अंग है। इनकी मांगो को प्राथमिकता के आधार पर समाघान किया जायेगा। जीएम के आश्वासन के बाद आन्दोलनकारियो ने अनिश्चितकालीन बंद को वापस ले लिया। मौके पर बेरमो प्रखंड के आर एस आई श्याम बिहारी रजक,पीओ के एस गैवाल, एसओपी राजीब कुमार, एरिया सेल ऑफिसर चंद्र भूषण त्यागी, मैनेजर सुमेघा नंदन, डिस्पैच आफिसर अवघ बिहारी सिंह, सिनियर मैनेजर विनय रंजन टुडु, कार्मिक प्रबंधक पीएन सिंह, सुबोध सिंह पंवार, बिरेंद्र सिंह, टीनू सिंह, अफताब आलम, राहुल कुमार, गोपाल सिंह डालमिया, बेलाल हाशिमी, शाहनवाज, मोती महतो, सीताराम महतो, बोधराम महतो, कलंदर अंसारी, इस्लाम अंसारी आदि मुख्य रूप से मौजूद थे। आन्दोलनकारियो ने कहा कि बोकारो एंड करगली प्रक्षेत्र की एकेकेओसीपी परियोजना पूरी तरह प्रशासकीय विफलता के करण अराजकतों की गिरफ्त में है। जिसका बुरा नतीजा यह है कि परियोजना की खदान से कोयाले की चोरी, भारी मशीनों से डीजल की चोरी के कारण अधिकारी और वर्कर को दहशत में रहने को विवश हैं। असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के प्रतिनिधियों ने प्रबंधन को हेराफेरी रोकने सहित अन्य मांग पत्र दिया, लेकिन प्रबंधन ने कार्रवाई नहीं कि इसलिए वे आंदोलन के लिए विवश हुए।
7 सूत्री मांग पत्र
कोयले ट्रांसपोटिंग में आर सी आर मोड को समाप्त किया जाए. कोयले के ग्रेड की हेराफेरी कर ट्रांसपोर्टरो को लाभ पहुंचाने के खेल पर विराम लगे। आर सी आर को बढ़ावा देने के करण पिछले 38 वर्षों से लदाई के काम में लगे हजारों स्थानीय ग्रामीण मजदूरों को रोजगार से वंचित होना पड़ा है। अविलंब आर सी आर मोड को बंद किया जाए। प्रबंधकीय विफलता के कारण अराजक तत्वों द्वारा खुलेआम डोजर,होलपेक आदि मशीनो से हजारों लीटर डीजल की चोरी प्रतिदिन किया जा रहा है इसकी जाँच कर ठोस कारवाई की जाए। हाईग्रेड के कोयले को लो ग्रेड का कोयला दर्शा कर ट्रांसपोर्टरो द्वारा कोयले की ढुलाई की जा रही है। जिससे सीसीएल को भारी नुकसान हो रहा है। कोल इंडिया प्रबंधन के निर्दोशो का सौ फीसदी अनुपालन करते हुए ट्रांसपोर्टरो और सेल के कोयले का उठाव किया जाए ताकि कम्पनी को नुकसान होने से रोका जा सके। माइंस और लोडिंग प्वाइंट पर अराजक तत्वों की खुली गतिविधियों के करण सीसीएल के संगठित – असंगठित वर्कर्स और प्रबंधक के ईमानदार अधिकारी दहशत में काम कर रहे है। विधि सम्मत उत्पादन की प्रक्रिया को सामान्य बनाते हुए भय के माहौल को समाप्त किया जाए। एकेकेओसीपी के उत्पादित कोयले का 40% कोयला लोकल सेल को देने की गारन्टी की जाए। आंदोलन मे मनोज सिंह पंवार, मनोज झा, बेलाल हाशिमी, महादेव राम, बोधराम महतो, मोहम्मद रफीक, शाहनवाज़, मो इस्लाम, मो जाबिर, मो सत्तार, राजेश रवानी, ज्ञानू, सत्येन्द्र सिंह, मो शाबिर व अन्य संगठित -असंगठित मजदूर संघर्ष मोर्चा के लोग शामिल हैं।