दिल्ली में हुए कोचिंग सेंटर में हादसे के बाद भी कोचिंग संचालक सबक लेने को तैयार नहीं है ताजा मामला स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के ग्राह जनपद रायबरेली का है जगतपुर.थाना क्षेत्र के अंतर्गत जगतपुर में कोचिंग आया छात्र की कोचिंग की छत संदिग्ध परिस्थितियों में मिला शव पुलीस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है
रामू बाजपेई का पुत्र निशांत बाजपेई उम्र17वर्ष निवास रोझईया भीखम शाह छात्र 11 का छात्र। छात्र राणा बेनी माधव सिंह स्मारक इंटर कॉलेज शंकरपुर में पढ़ता था।2:00 बजे से रायबरेली रोड स्थित कोचिंग सेंटर पर कोचिंग पढ़ने के लिए वह जाता था।कोचिंग सेंटर पर कमलेश सर के द्वारा मैथ और फिजिक्स की कोचिंग भी पढ़ाई जाती थीं।समय से पहले लड़का कोचिंग सेंटर पर पहुंच गया था। कोचिंग के पिछले हिस्से पर लड़का चला गया था। जहां पर 33000 लाइन निकली हुई थी। गिरने की आवाज सुनने पढ़ाई कर रहे साथियों ने देखा छात्रों नई छत पर लड़का मुंह के बल पड़ा हुआ था। साथियों के द्वारा छात्र को उठाकर कोचिंग की तरफ़ लेकर आए। कोचिंग संचालक कमलेश कोचिंग तक नहीं पहुंच पाए थे। छात्र की मां सोनी व बहन नैंसी का रो रो कर बुरा हाल है। जैसे ही सूचना मिली तो ग्रामीणों भी आक्रोषित हो गए वही पारिवारी जनों का आरोप है की कोचिंग संचालक व घर मालिक के द्वारा सतर्कता बरती जाती तो या घटना नहीं हो सकती थी घर के ऊपर से 33000 लाइन जाने के कारण बच्चों की जान चली गई है।
वही अपर पुलिस अधीक्षक नवीन सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कोचिंग सेंटर में बच्चों की मौत को लेकर जांच की जा रही है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।