फुसरो स्थित अनुमंडलीय अस्पताल मे कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या मामले मे डॉक्टरों ने विरोध-प्रदर्शन किया
फुसरो स्थित अनुमंडलीय अस्पताल मे कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या मामले मे डॉक्टर विरोध-प्रदर्शन किया।डॉक्टरों के प्रदर्शन से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रही। अनुमंडलीय अस्पताल बेरमो,डॉक्टर उषा क्लिनिक, कस्तूरी मुखर्जी एवं डॉक्टर एस कुमार अस्पताल क्लिनिक समेत अन्य अस्पतालों में गैर-जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गईं। डॉक्टर उषा सिंह और डॉक्टर शंकुतला कुमार ने कहा, “यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है…डॉक्टर पूरे देश में इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। सीबीआई घटना की जांच कर रही है और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। मैं केंद्र सरकार से आग्रह करता हूं कि डॉक्टरों को सुरक्षा प्रदान करने में देरी न करें, जो कि डॉक्टरों द्वारा उठाई गई मांगों में से एक है। मौके पर डॉ अनीता मुर्मू, सिस्टर रश्मि, सिस्टर अलका वर्मा, सुनीता, रेहान, संविदा, उर्मिला, सुनीता, आशुतोष, राजेंद्र, ललिता, रंजनी, निर्मला, अनिल ,साधू आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
आईएमए की पांच प्रमुख मांगें
- आईएमए ने रेजिडेंट डॉक्टरों के कामकाज और रहने की स्थिति में बड़े पैमाने पर बदलाव की मांग की है। इसमें 36 घंटे की ड्यूटी शिफ्ट को कम करने और आराम करने के लिए सुरक्षित स्थानों की व्यवस्था करने को कहा गया है।
- आईएमए की दूसरी बड़ी मांग एक केंद्रीय अधिनियम की है। इसके तहत 2023 में महामारी रोग अधिनियम 1897 में किए गए संशोधनों को 2019 के प्रस्तावित अस्पताल संरक्षण विधेयक में शामिल करने की है। आईएमए का मानना है कि इस कदम से 25 राज्यों में मौजूदा कानून मजबूत होंगे। आईएमए ने सरकार को कोरोना के दौरान लागू किए गए अध्यादेश जैसा ही अध्यादेश लाने का सुझाव दिया है।
- आईएमए ने इस मामले में एक तय समय-सीमा में अपराध की निष्पक्ष और अच्छे से जांच और पीड़ित परिवार को पूरा न्याय देने की मांग की है।
- आईएमए की मांग है कि सभी अस्पतालों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। हॉस्पिटल में सुरक्षा प्रोटोकॉल एयरपोर्ट की तरह ही हो। इसी कड़ी में अस्पतालों को अनिवार्य सुरक्षा अधिकार के साथ सुरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाए। सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं, अस्पतालों में तैनात सुरक्षाकर्मियों की तैनाती और प्रोटोकॉल का पालन किया जाए।
- आईएमए ने पीड़ित परिवार को उचित और सम्मानजनक मुआवजा देने की भी मांग की है।