रायबरेली जिले के नसीराबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत पिछ्वरीय गांव में हुई दलित युवक की गोली मारकर हत्या मामले मे राजनीति रुकने का नाम नहीं ले रही है। राजनीति का आलम यह हो गया है कि रायबरेली जिले में दलित बनाम सामान्य की स्थिति पैदा हो गई है । ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए रायबरेली का जिला प्रशासन प्रदर्शन कार्यों के आगे नतमस्तक नजर आ रहा है । आपको बताते चलें कि 11 अगस्त को दलित युवक अर्जुन पासी की गोली मारकर हत्या कर दी। जिस मामले में सात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था। उपरोक्त मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर 14 अगस्त को सुबह 9:00 बजे जेल में निरोध कर दिया था, लेकिन सातवें आरोपी मुख्य षडयंत्रकर्ता विशाल सिंह की गिरफ्तारी न होने के बाद दलित समाज के संगठनों के साथ-साथ राजनीतिक संगठनों ने भी मामले को बढ़ावा दिया। जिसमें समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के राजनेता सामने नजर आए । वही इस पूरे मामले की अगुवाई कर रहे हैं भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं लगातार प्रदर्शन जारी कर रखा है।
वहीं दूसरी तरफ विशाल सिंह निर्दोष है निर्दोष है कि नारे लगाते हुए करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने करणी सेवा प्रमुख वीर प्रताप सिंह की अगवाई में पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया । जय भवानी जय भवानी व जय श्री राम जय श्री राम के नारों से घंटा गूंजता रहा रायबरेली का कलेक्ट्रेट परिसर। करणी सेवा प्रमुख वीर प्रताप सिंह की अगुवाई में सैकड़ो की तादाद में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने जिला अधिकारी रायबरेली व पुलिस अधीक्षक रायबरेली से मुलाकात करते हुए ज्ञापन सोपा और कहा कि जिस तरीके से विशाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर दलित संगठनों द्वारा प्रशासन पर दबाव डाला जा रहा है वह गलत है। मामले में जिला प्रशासन निष्पक्ष जांच करते हुए कार्रवाई सुनिश्चित करें।