रायबरेली में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की छवि को बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी लगातार धूमिल कर रहे हैं। विभाग की मनमानी कार्यशाली व अवैध वसूली आम जनता त्रस्त हो चुकी है। रायबरेली शहर हो या गांव हो या बिजली विभाग के कर्मचारी उन लोगों के बिजली के कनेक्शन काट रहे हैं। जिनके किन्ही कारणों बस महज 5000 या 10000 रुपए बकाया है। उनके घरों पर जाकर अपमानित करते हुए कनेक्शन काटते रहे हैं और धमकी दे रहे हैं। वही जिनके 1 लाख 50000 तथा उससे अधिक का रुपया बकाया है और वर्षों से कटिया के सहारे अपनी जेबें भर रहे हैं। ऐसे बड़े-बड़े बिल्डिंगों में फैक्ट्री में बिल बकाया है, लेकिन उनका कनेक्शन काटने की इन अधिकारियों का कर्मचारियों की हिम्मत नहीं होती है। मामला शहर के तिलियाकोट का है। यहां बिजली विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर जितने भी 10000 ₹5000 रुपये के बकाएदार हैं। इन लोगों की कनेक्शन काटकर बिजली विभाग अपनी खानापूर्ति कर रहा है। बिजली काटने वाले कर्मचारी लगातार गरीबों और आम जनमानस को धमका रहे हैं। अगर बिजली का बिल जल्दी से जमा ना हुआ तो केस भी दर्ज हो जाएगा। जो कभी-कभार बिजली का बिल समय से नहीं जमा कर पाता उसके भी कनेक्शन काट दिए जा रहे हैं। जबकि शासन का निर्देश है कि जितने भी बिजली के बकैदार हैं। उनको पहले बताया था पत्र के माध्यम से सूचना दी जाए लेकिन ऐसा न कर के सीधा कनेक्शन काटने पहुंच जाते हैं।