रायबरेली जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा आज सेंट पीटर स्कूल में चलाया गया नशा मुक्ति अभियान। इस अभियान के तहत अपर जिला जज अनुपम शौर्य आबकारी अधिकारी रविंद्र कुमार, एक्साइज अधिकारी, जूनियर ज्यूडिशल जज, सीनियर अध्यापक रेखा श्रीवास्तव, साइकोलॉजिस्ट मनोविज्ञान जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर कटियार एवं सभी उच्च अधिकारी एवं अध्यापकों की उपस्थिति में नशा मुक्ति अभियान चलाया गया। नशा मुक्ति अभियान के तहत अपर जिला जज अनुपम शौर्य ने मीडिया से बात करते हुए बताया खास तौर पर तीन पहलू अल्कोहल सिगरेट और ड्रग्स जैसे तीन बीमारियां जिनसे हमें दूर रहना है और उसे जड़ से मिटाना है ज्यादातर नई जनरेशन में शिकायतें देखने को मिलती है। क्योंकि नई जन रेशन नशे की ओर अग्रसर होती है, तो हमारा मुहिम है। इस नशा मुक्ति को जड़ से समाप्त करना। वही सेंट पीटर स्कूल में बच्चों को पार्टिसिपेट कराते हुए लीगल तौर पर तमाम ऐसी जानकारी प्रदान की गई है। फिलहाल अपर जिला जज के द्वारा पूछे गए कुछ ऐसे सवालों का बच्चों ने सही जवाब दिया, जिसके तहत अपर जिला जज के द्वारा बच्चों को पुरस्कृत करते हुए उन्हें सम्मानित किया गया। अंततः अपर जिला जज आबकारी अधिकारी के द्वारा नशा मुक्ति अभियान के तहत सभी को नशा न करने की शपथ दिलाई गई।
फिलहाल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा नशा मुक्ति अभियान चलाया जा रहा है। जहां इसको देखते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने कल रायबरेली के जिला कारागार में नशा मुक्ति अभियान चलाया और इस अभियान के तहत समस्त लोगों को जानकारी दी गई खास तौर पर वहां पर बंद कैदियों को उसके बारे में अवगत कराया गया ताकि नशे से हमें दूर रहना है। नशा आपके अंदर से खोखला कर देता है। आपके परिवार को बर्बाद कर देता है साथ ही साथ जो नई युवा पीढ़ी है। उसको भी धीरे-धीरे अंदर से नशा खोखला करता है। इसलिए हमें एकजुट होकर इस नशा से दूर रहना है और साथ ही साथ अपने आसपास तमाम ऐसी जगह पर नशा जैसा अभियान चलाया जाएगा, ताकि इस अभियान के तहत सभी की सुरक्षा और एक नए आयाम की ओर बढ़कर नशा को पूरी तरीके से जड़ से समाप्त करना है।