रिपोर्ट : नित्यानंद मंडल
धनबाद जिले के पूर्वी प्रखंड अंतर्गत रामपुर पंचायत के चुरूरियाटांड़ आदिवासी गांव में दर्जनों लोग डरिया से पीड़ित हैं, पर प्रभारी श्रवण कुमार नहीं पहुंचे यह गांव।
ग्रामीणों की समस्या का जायजा लेने पहुंचे जिले के सिविल सर्जन भानु प्रतापन क्षेत्र की व्यवस्था को देख कर नाराज हुए। उन्होंने पेय जल के स्रोत कुआ में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया और उन्होंने पानी को उबाल कर पीने को कहा। वही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कुएं में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं किया गया था। तथा स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ग्रामीणों को जागरूक नही किया गया था। जिस कारण आदिवासी समाज के कई परिवार डरिया से ग्रसित हो गए थे। बुधवार सुबह बीडीओ अमृता सिंह डायरिया पीड़ित परिवार एवं ग्रामीणों से मिलकर लोगो की समस्या से संबंधित स्वास्थ्य विभाग को दिशा निर्देश दिया। जिसके बाद सिविल सर्जन भानु प्रतापन एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम चुरुरियाटांड गांव पहुंची। ग्रामीणों ने बताया की बरसात के पानी पीने के कारण लोग बीमार पड़े हैं। सिविल सर्जन से ग्रामीणों ने शिकायत किया कि टुंडी स्वास्थ्य केंद्र में सुविधा का घोर अभाव है। जिससे लोग टुंडी स्वास्थ्य केंद्र जाना नहीं चाहते हैं एवं ग्रामीणों द्वारा स्वास्थ्य केंद्र मे डायरिया से पीड़ित परिवार से पैसे मांगने की शिकायती की गई।

सिविल सर्जन ने कहा है कि जो भी दोषी पाए जाएंगे। उन पर कार्रवाई होगी। तत्काल डायरिया को नियंत्रित करने के लिए चुरुरियाटांड गांव में स्वास्थ्य कैंप लगाया गया है। मौके पर डब्ल्यूएचओ डॉक्टर अमित तिवारी, डॉ विकास राणा, स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम शामिल रही।