मिस्त्री की बेटी दरोगा बन समाज परिवार व क्षेत्र का नाम किया रौशन
दरोगा बनी बेटी के सम्मान में भव्य स्वागत कार्यक्रम का आयोजन
यदा-कदा ही मुस्लिम समाज की बेटियां समाज की बेड़ियों को तोड़ बाहर निकल कुछ बन पाती है ऐसे में अगर एक लड़की विकट परिस्थितियों से जुझते हुए पुलिस विभाग में दरोगा बने तो आश्चर्य होना लाजमी है। मगर यह सत्य है, गाँधीनगर थाना क्षेत्र के कुरपनिया पंचायत निवासी अनवर मिस्त्री उर्फ अनवर शेख की पुत्री रकीबा शेख अपने कड़े परिश्रम के दम पर वह कर दिखाया जिससे समाज परिवार के अलावे क्षेत्र के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उसके उपर बस एक ही जुजून सवार था कि उसे किसी भी तरह से खाकी वर्दी पहन देश सेवा करनी है। जिसकी प्राप्ति के लिए लगातार वह कठोर परिश्रम करने लगी। अनेको बार इस दौरान उन्हें असफलता भी हाथ लगी मगर उसने हिम्मत नहीं हारी और आखिरकार अपनी मंजिल पा ही ली। उसके अनुसार जब वे असफल हो निराश हो जाती थी तो उसकी बड़ी बहन उसे हौसला देती और फिर वह दुगनी ताकत से सफल होने के लिए परिश्रम करने मे जुट जाती। उन्होंने अपने माता पिता को इस सफलता के श्रेय देते हुए कही कि उसके अभिभावकों ने उसे वह आजादी दी जिस कारण आज वे इस मकाम तक पहुच पाई है। क्या कहा माता पिता ने-बेटी की इस सफलता से माता पिता ही नहीं पुरा परिवार खुश नजर आया। पिता अनवर ने कहा कि उसने सिर्फ पैसे खर्च किए मगर बेटी ने जो मेहनत और लगन के साथ इस उपलब्धि को हासिल की यह हमारे परिवार के लिए बड़ी बात है।

दरोगा बन गांव लौटने पर बेटी का हुआ भव्य स्वागत – दरोगा बन कर लौटने के उपलक्ष में परिजनों और गांव वालों ने बीते शाम स्वागत सह सम्मान समारोह का आयोजन किया जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद सदस्य ओमप्रकाश सिंह उर्फ टिनू सिंह एंव विशिष्ट अतिथि के रूप में युनाइटेड मिल्ली फोरम के प्रदेश संयोजक अफजल अनीस मुख्य रूप से उपस्थित थे। जबकि इस समारोह का संचालन मिन्हाज मंजर द्वारा किया गया। मौके पर दरोगा बेटी के पहुचते ही लोगो ने उसे फुलो से लाद दिया और बधाई देने वालों का तांता लग गया। जबकि कार्यक्रम के दौरान जिला परिषद सदस्य श्री सिंह ने रकीबा को अंगवस्त्र ओढ़ाकर उज्जवल भविष्य की कामना की जबकि युनाइटेड मिल्ली फोरम के श्री अनीस ने रकीबा को संविधान की प्रति भेंट करते हुए गुलदस्ता देकर स्वागत व सम्मान किया। मौके पर जमकर मिठाईयां बांटी गई और आतिशबाजी भी किया गया। इस मौके पर उपरोक्त लोगो के अलावे रकीबा के परिजन हैदर शेख, जहांगीर शेख, बब्लू शेख, शमशेर उर्फ लल्लू शेख, इकबाल शेख, चांद शेख, मंजर उर्फ शेखू शेख के अलावे शहबाज, अरबाज, शहाबुद्दीन, शदाम, सवाब, अजान, आदिल शेख के अलावे पुर्व मुखिया नवीन पांडेय, दिलीप मरीक, मुखिया पति आनंद सिंह तथा कुरपनिया जामा मस्जिद कमेटी और कुरपनिया दावतुल कुरआन कमेटी के तमाम पदाधिकारियों के अलावे सैकड़ों की संख्या में गांव की महिला, पुरुष व बच्चे भी उपस्थित थे। वही नवनियुक्त दरोगा रकीबा ने बताई की फिलवक्त वे बिहार के जहानाबाद मे ट्रेनिंग कर रही है। आगे विभाग जहां की जिम्मेवारी सौंपेगी वहां जाऊंगी। कुल मिलाकर बीते शाम कुरपनिया पंचायत मे जश्न जैसा माहौल देखने को मिला। हर कोई खुशी से सराबोर नजर आये और ऐसा हो भी क्यों नही कोयलांचल की बेटी ने दरोगा बन ना सिर्फ समाज परिवार बल्कि क्षेत्र का नाम जो रौशन किया है।