रिपोर्ट : अविनाश कुमार
पेटरवार प्रखंड के पिछरी पंचायत के विभिन्न टोला मोहल्ला में करमा पर्व धूमधाम से मनाया गया। महिलाएं बहने अपने भाई के दीर्घायु होने के लिए करमा पर्व करती है। शनिवार को बहनों द्वारा दिन भर उपवास रखकर फूलों से सजाकर जावा डाली अखरा में रख कर नए वस्त्र पहनकर बहनें परिक्रमा कर जावा नृत्य की। वहीं शाम को गांव के अखरा में करम डाली स्थापित कर करम गोसाई की पूजा कर बहनों द्वारा अपने अपने भाइयों के लंबी उम्र की कामना की। बता दें कि निकट के नदी में जाकर बालू में कुर्थी, जौ, चना, बरई, घांघरा आदि के बीज मिलाकर बांस की डलिया में उठा कर लातीं हैं और प्रति दिन बहनें जावा डाली को गांव के अखरा में रख कर उसके चारों ओर नृत्य कर, गीत गा कर जगाती हैं। तबतक पौधे बड़े हो जाते हैं जो मनमोहक लगते हैं।

प्रतिदिन बहनें करमा गीत देहू-देहू करम गोसाई देहू आशीष हो मोर भईया जीयत लाखों बरिस गो…, आजु रे करम गोसाई घरे दुवारे रे काल रे करम गोसाई कास नदी पार…, करमा परबे भईया आनवे नियान रे जीतिया परवे करहीये भईया करीहें विदाई रे…, केकर लागी गो बाबा अखरा झूलले गो केकर लागी गो बाबा डलवा बुनले…, छोटो नुनी जावा टा छोटो छोटो देखाय…, संग देना हो छोटो देवरा नाचे जीबे करम अखाडा… आदि अनेकों गीत गाकर जावा को जगा रही हैं। इस मौके पर प्रमुख शारदा देवी, पारो देवी, पूजा देवी, आरती देवी, चांदनी देवी, निशा देवी, आशा देवी, आंचल कुमारी, संगीता देवी, संजना कुमारी, स्वीटी कुमारी, पूर्णिमा देवी, लक्ष्मी देवी, मुस्कान कुमारी, राखी कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, संतोषी कुमारी, तारा कुमारी आदि उपस्थित रहे।