लगभग 12 दिनों के बाद भी 12 पंचायतों में जलापूर्ति बहाल नही हो सकी और आज भी 12 पंचायत वासियों की प्यास मेगा जलापूर्ति योजना के कर्ता धर्ता नही बुझा पाये। लगभग 12 से 13 दिन होने को आ गये झारखंड सरकार की घर घर नल जल योजना के तहत मिलने वाले पेयजल से लोग पुरी तरह वंचित है और क्षेत्र के लगभग 12 पंचायतों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। हालाकि बीएंडके एरिया द्वारा कुछ पंचायतों में टेंकर से पानी उपलब्ध करवाई जा रही है मगर यह हाथी के मुंह में जिरा साबित हो रहा है।

क्या है पुरा मामला
पिछले लगभग 12 दिन पुर्व जारंगडीह बाबु क्वार्टर नदी घाट पर स्थित पंप हाउस में लगा ट्रांसफार्मर किसी कारण खराब हो गया जिस कारण नदी से पानी उठना बंद हो गया। इसके बाद विभाग द्वारा लगातार ट्रांसफार्मर को ठीक करने व बदलने की प्रक्रिया शुरू की मगर वे कामयाब नही हुए यानी जब जब ट्रांसफार्मर लगता उसमे ही खराबी निकल जाती। इधर समय गुजरने के साथ जारंगडीह से लेकर बैदकारो पंचायत तक यानी 12 पंचायत मे जल संकट गहराने लगा। आखिरकार यह सूचना बेरमो विधायक कुमार जय मंगल सिंह तक पहुची। उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए जलापूर्ति विभाग के अधिकारियों से बात की और बाहर से ट्रांसफार्मर मंगाने का निर्देश दिए। दो दिन पुर्व ट्रांसफार्मर भी आकर फीट हो गया मगर फिर भी जलापूर्ति बहाल नही हुई। आखिरकार विधायक प्रतिनिधि विल्सन फ्रांसिस बीते दिनों पंप हाउस निरीक्षण को पहुचे और रिपोर्ट विधायक को दी। इसके बाद आज यानी मंगलवार को जलापूर्ति विभाग के एसडीओ, जेई तथा इलेक्ट्रिकल मिस्त्री जारंगडीह पंप हाउस पहुच ट्रांसफार्मर, केबल और मोटर की जांच पड़ताल करते नजर आये। अब सवाल उठता है कि इसे विभाग के अधिकारियों की लापरवाही कहे या विभाग का नाकारा पन। मगर दोनों ही सुरत मे पानी के लिए तरस रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक भी जलापूर्ति बहाल नही हुई थी। दुसरी तरह क्षेत्र के जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र व पंचायत वासियों को सुचारू पेयजल की व्यवस्था नही करवा सकती तो बड़े बड़े दावे पर जनता कितना यकीन करेगी रब जाने।