रिपोर्ट : शिवा मौर्य
डॉ राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए, लोहिया का आह्वान सही मायने में समाज को दिशा देता है। समाजवादी व्यवस्था से गरीबी दूर हो सकती है। सरकार को इस तरीके का व्यवहार नहीं करना चाहिए था, जिस तरीके का व्यवहार सरकार ने किया यह कहना कि जीव जंतु है आप नहीं जा सकते हैं, जीव जंतु तो हर जगह हैं क्या हर जगह जाना आप रोक देंगे, यातायात रोक देंगे समाजवादियों का काम आज भी दिखाई दे रहा है। जेपी एनआईसी के सामने आज भी विकास फीका है। आज के समय में भी जेपीएनआईसी मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर दिखाई देता है। जीव जंतुओं का केवल बहाना था अपनी नाकामी छुपाने के लिए, समाजवादियों का विकास उनकी आंखों में चुभता है इनके भाव विनाशकारी है जब आपने एक हत्या को एनकाउंटर बता दिया तो इनसे बड़ा जातिवादी कौन हो सकता है। पीड़ित के पिताजी से क्या-क्या कहलाया गया, परिवार से क्या कहलाया गया, मुझे ठंडक नहीं मिली ठंडक मिली होगी तो प्रदेश के मुख्यमंत्री को, एक को मार के दूसरे को मरवा दिया। समाजवादी ऐसा व्यवहार कभी नहीं कर सकते।
मदरसे पर अखिलेश यादव का बयान
यह भेदभाव नही होना चाहिए, यह देश सबका है, संविधान से व्यवस्था चलनी चाहिए। यह देश को उलटना चाहते हैं यह वह लोग हैं जो भेदभाव पर राजनीति करना चाहते हैं, यह धर्म जाति मजहब पर लड़ाकर राजनीति करना चाहते हैं, बुद्धिजीवी लोग सब महसूस कर रहे हैं।भारत को जिस समय फॉरेन पॉलिसी के तहत बांग्लादेश को बचाना चाहिए था, उसे समय कुछ नहीं किया मुझे उस पर कुछ नहीं कहना है, आजादी दिलाने में सबका साथ था कोई अधिकारी सच बोल सके तो उसे जानिए कि उन्माद वाली भाषा किसकी है। रेल मंत्रालय पर पहले भी बहुत उंगलियां उठी है, टेक्निकल और जो साइंटिफिक चीज बताते थे जिससे रेल में सुधार लाइयेगे बहुत सारी चीजे वह लाये, जिसका परिणाम क्या दिखाई दे रहा है अगर कोई रिकॉर्ड तोड़ रहा है पेपर लीक का तो वह यूपी है। इंडिया गठबंधन वैसा ही है जैसा पहले था, जब सरकार यह कह रही है अर्थव्यवस्था बढ़ रही है। अगर हमारी अर्थव्यवस्था के बढ़ रही है।हंगर इंडस्ट्री पर हम कहां खड़े हैं 105 वां स्थान है हमारा सबसे बड़ा स्थान भारत का है