झारखंड में भाजपा रांची विधानसभा क्षेत्र को बरकरार रखना चाहती है तो भाजपा उम्मीदवार वैश्य समुदाय से होना चाहिए। झारखंड में हमारी जनसंख्या 40% से अधिक है और सभी 81 विधानसभा क्षेत्रों में हमारे वोट निर्णायक हैं और सभी मतदाताओं के बीच हमारा प्रभाव सर्वाधिक है। रांची विधान सभा में भाजपा की लगातार जीत में वैश्य समुदाय का सर्वधिक वोट की शक्ति है। रांची विधानसभा क्षेत्र से लगातार 6 बार से विधायक पद पर सी.पी.सिंह काबिज हैं जो अगड़े वर्ग से हैं और जिनकी जनसंख्या 3% से कम है, परंतु समस्त वैश्य समुदाय भाजपा को वोट देता है इसीलिए सीपी सिंह जीतते रहे हैं।
भाजपा को वैश्य समुदाय के साथ न्याय करना होगा, जो सबसे अधिक आबादी वाला समुदाय है, जिसकी आबादी 40% से अधिक है और जो बीजेपी के सबसे अधिक वफादार मतदाता हैं। हमें हमारे संख्या बल के अनुपात में विधानसभा चुनाव, बोर्ड, निगम, सार्वजनिक निकाय, आयोग, स्वायत्त निकाय, निकाय चुनाव, पंचायत चुनाव में 40% से अधिक प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए है। हमारी संख्या बल एवं वोट की शक्ति को बीजेपी नज़र अंदाज नहीं करे, इस विधानसभा चुनाव में हमारे साथ अन्याय हुआ तो बीजेपी सत्ता में नहीं आएगी। रांची विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा को हमारे प्रस्तावित वैश्य समुदाय के बीजेपी के वरिष्ठ एवं योग्य नेता को उम्मीदवार बनाना होगा अन्यथा इस चुनाव में झामुमो की उम्मीदवार महुआ माझी की जीत निश्चित है। रांची राजधानी संपूर्ण राष्ट्र में सबसे खराब स्थिति एवं ख़स्ताहाल में है, इसके जिम्मेदार वर्तमान विधायक हैं जो 6 टर्म से लगातार विधायक हैं, इसलिए हमें इसबार वैश्य सर्वोदयी समाज का उम्मीद्वार चाहिए जिसकी भारी मत से जीत होगी साथ ही हमारी मांग के अनुरूप कुल 22 निर्वाचन क्षेत्र में हमारा उम्मीदवार चाहिए अगर बीजेपी की बहुमत से सरकार बनानी है।
निवेदक : आनंद कोठारी, केंद्रीय अध्यक्ष, वैश्य महापरिवार झारखंड एवं हमारे वरिष्ठ पदाधिकारी – सुबोध प्रसाद, अजीत केशरी, अशोक चौरसियाव, किशोर मंत्री, आदित्य मल्होत्रा, सुरेश चंद बोथरा, छोटे प्रसाद साहू, अमन चौरसिया, मनीष पीयूष, सुरेश मालाकार, संजय साहा, योगेन्द्र प्रसाद, राजीव रंजन, रजनीश अग्रहरि, अजय कुंडू, शैलेन्द्र कमलापुरी, नीरज कसौधन।