रिपोर्ट : नासिफ खान
मध्य प्रदेश के इंदौर में लोकायुक्त की टीम ने ने शुक्रवार को जिला शिक्षा केंद्र में पदस्थ जिला परियोजना समन्वयक शीला मेरावी को 1 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। एक स्कूल संचालक के खिलाफ सूचना के अधिकार में मांगी गई जानकारी नहीं देने और शिकायतों को निरस्त करने के एवज में मेरावी ने 10 लाख रुपये की डिमांड स्कूल संचालक दिलीप बुधानी से की थी, बाद में शीला मेरावी 4 लाख लेने पर राजी हो गई थी।
स्कूल संचालक दिलीप बुधानी ने पहले मेरावी को फोन लगाया। फिर कहा कि मैं पहली किस्त के 1 लाख रुपए देने आ गया हूं, मेरावी ने फोन काटा और अपने ड्राइवर को फोन लगाया। फिर ड्राइवर से कहा कि गाड़ी को अनलॉक कर कांच खोल दो। एक आदमी पैकेट (1 लाख रुपए) गाड़ी के स्टेयरिंग के पास बॉक्स में रखेगा।
लोकायुक्त की टीम ने की कार्रवाई
महिला अधिकारी ने अपने ड्राइवर से कहा था कि कोई आदमी जब पैसे रखने आए तो मुंह फेर लेना, कांच बंद कर लेना, बुधानी ने जैसे ही कार में पैसे रखे लोकायुक्त ने परियोजना समन्वयक को पकड़ लिया। रिश्वत लेने की बात सुनते ही मेरावी बिदक गई। फिर बोलीं, मुझे जबरन फंसाया जा रहा है, मैं तो उसकी मदद कर रही थी। बाद में उन्हें रिश्वत मांगने की रिकॉर्डिंग भी सुनाई तो चेहरा उत्तर गया। लोकायुक्त एसपी डॉ. राजेश सहाय को बुधानी ने परियोजना समन्वयक के द्वारा रिश्वत मांगने की पीड़ा सुनाई थी। डॉ. सहाय ने महिला को पकड़ने टीम भेजी थी।