पिछरी निवासी आशीष पाल द्वारा वर्ष 2018 में एनजीटी को पिछरी कोलियरी में कोयला खनन के क्रम में पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने की शिकायत पर सोमवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम के साथ जिला खनन पदाधिकारी रवि कुमार सिंह केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय निर्देशक मृणाल कुमार विश्वास, वैज्ञानिक संदीप राय, झारखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विवेक कुजूर, पेटरवार अंचल अधिकारी अशोक राम के साथ ढोरी क्षेत्र के बंद पिछरी कोलियरी जांच करने पहुंचे। यहां उन्होंने शिकायतकर्ता आशीष पाल से सीसीएल द्वारा कोयला खनन किए जाने से दामोदर नदी को प्रदूषण करने से संबंधित जानकारी ली और दामोदर नदी एवं पानी से भरे खदान का निरीक्षण किया। जिला खनन पदाधिकारी श्री सिंह ने कहा कि अवैध खनन और उससे हो रहे दुष्प्रभाव के लिए जो भी आवश्यक कार्यवाई की जानी है। उसका पालन सीसीएल द्वारा नहीं किया जा रहा है इसकी जांच कर रहे है। एनजीटी द्वारा जो भी निर्देश मिलेगा उसे सीसीएल व जिला प्रशासन सख्ती के साथ लागू करेगा। शिकायत कर्ता आशीष पाल ने कहा कि लगभग तीस वर्ष पूर्व सीसीएल द्वारा कोयला खनन कर ओबी को दामोदर नदी में गिरा दिया जिससे नदी की धारा बदल गई। जिससे पर्यावरण को क्षति पहुंची। इसकी शिकायत वर्ष 2018 में किया गया था।