रायबरेली के जिला अस्पताल में स्थित डायलिसिस विभाग में फैले भ्रष्टाचार व सीएमएस की मनमानी के खिलाफ आयुष्मान कार्ड पर इलाज न किए जाने को लेकर पीड़ित परिवार ने डीएम से शिकायत की थी। जिसको लेकर नगर मजिस्ट्रेट ने अस्पताल पहुंचकर सीएमएस से पूरे मामले में पूछताछ की। आपको बता दे कि आज दिनांक 23 अक्टूबर 2024 दिन बुधवार रायबरेली जनपद के शहर कोतवाली थानाक्षेत्र स्थित जिला अस्पताल में बने डायलिसिस सेंटर में डायलिसिस करने के नाम पर की जा रही अवैध वसूली व आयुष्मान कार्ड से मरीज को लाभ न दिए जाने को लेकर सलोन थानाक्षेत्र के रहने वाले पीड़ित परिवहन ने जिला अस्पताल में धरने के बाद डीएम से पूरे मामले की शिकायत की थी, जिस पर जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के निर्देश पर नगर मजिस्ट्रेट ने अपने अधिकारियों के साथ पहुंचकर जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर प्रदीप अग्रवाल से पीड़ितों के सामने ही पूछताछ की और आयुष्मान कार्ड से इलाज न दिए जाने को लेकर भी जांच पड़ताल की गई। पीड़ित परिवार का आरोप था कि डायलिसिस विभाग में लगातार उनसे बाहरी दवाई मंगा कर उनसे अवैध वसूली की जा रही है। जबकि उनके पास आयुष्मान कार्ड था आयुष्मान कार्ड से इलाज ना करके बाहर से दवाई मंगाई जा रही हैं। जिसको लेकर पीड़ित परिवार ने सीएमएस ऑफिस के सामने सीएमएस के व विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था और मामले की शिकायत डीएम ऑफिस पहुंचकर की थी जिस पर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। अब देखना यह है कि सिटी मजिस्ट्रेट की जांच में क्या सच सामने आता है। फिलहाल नगर मजिस्ट्रेट ने बताया है की जांच पूरी होने के बाद ही आगे कोई कार्यवाही की जाएगी।