रिपोर्ट : नेहा द्विवेदी
हर नेता का चुनाव में एक अलग हीं अंदाज होता है, लेकिन इस बार जो झारखण्ड में हो रहा है, जामताड़ा विधायक इरफ़ान अंसारी कर रहें है, वो लोगों को बहुत लुभा रहा है रहा, क्योंकि इनका अंदाजे बयान बहुत निराला है, लेकिन क्या है इसके पीछे का राज़ आइये आपको बताते हैं।
अब देखिये आज के समय में नेताओं को कहा जाता की बस वो वोट लेने जाते हैं, उसके बाद वो जनता को भूल जाते हैं, लेकिन ये जो खबर हम आपके साथ साझा कर रहें हैं झारखण्ड से है। दरअसल जनता से खुद जोड़ने अलग अलग हीं काम करते दिखाई दिए। जामताड़ा से विधायक इरफ़ान अंसारी शहर के भ्रमण पर निकले विधायक इरफ़ान अंसारी अचानक से घूमते घूमते वो चाय की दुकान पर रुकते हैं और वहां की स्थानीय जनता के लिए चाय बनाकर देने लगते हैं। इसके साथ हीं कार्यकर्ताओं को भी चाय पिलाया…इस दौरान लोगों ने नेता जी के मजे भी लिये लोगों ने विधायक जी से पुछा क्या आपने चाय बानाना मोदी जी से सीखा है तो इस पर कटाक्ष करते हुए विधायक जी ने कहा हम असली चाय बनाते हैं नकली नहीं…इस दौरान भाजपा पर निशाना साधते हुए विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि कुछ लोग हैं जो बरसाती मेंढक जैसे होते हैं और बस चुनाव के समय आते हैं और फिर 5 साल तक दिखते नहीं हैं। ऐसे लोगों को जामताड़ा की जनता स्वागत तो जरूर करती है, लेकिन उन्हें वोट नहीं देती.लाज़मी है। इरफान अंसारी का इशारा हेमंत सोरेन की भाभी और गुरुजी यानी शिबू सोरेन के पुत्रवधु की तरफ था, क्योंकि दिलचस्प बात ये की सीता सोरेन को बीजेपी ने इस बार जामा से टिकट दिया है। हालांकि स्वर्गीय दुर्गा सोरेन के निधन के बाद सीता सोरेन जामा से ही चुनाव लड़कर जीतते रही हैं। चलिए इसके पहले आप कुछ और समझे आपको थोड़ा पीछे लेके चलते हैं लगभग लोकसभा चुनाव से पहले एमएम छोड़कर वो बीजेपी में गई। दुमका से चुनाव भी लड़ा, लेकिन हार गई थी। उन्होंने विधानसभा सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। लिहाजा अब बीजेपी में आने के बाद उन्हें जामा के बजाय बीजेपी ने जामताड़ा से टिकट दिया है।