रिपोर्ट : नासिफ खान
छत्रीपुरा मामले में असली चेहरों की पहचान नहीं हुई तो मैं भी देखूंगा कि इंदौर में अशांति कौन फैला रहा है। अगर मैं ऐसे लोगों को पकड़ लूंगा तो उन्हें उल्टा लटका दूंगा और शहर में घुमाऊंगा।
इस शहर में कोई अशांति नहीं फैला सकता, अगर कोई इंदौर को किसी भी तरह से नुकसान पहुंचाएगा, तो हम उसे हर हाल में खत्म कर देंगे। छत्रीपुरा मामले को लेकर कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोमवार को यह बात कही।
दंगाइयों को इंदौर में नहीं टिकने दिया जाएगा
मीडिया से बात करते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि मैं देख रहा हूं कि प्रशासन काफी सक्रिय है. कार्रवाई करेंगे, लेकिन लगा कि इसमें शामिल होना पड़ा, तो पीछे नहीं हटेंगे। हम इस शहर के लिए कुछ भी कर सकते हैं। इंदौर में दंगा कराने वाला यहां नहीं रह सकता। जब हमें पता चला कि वह इंसान है, तो इंदौर में नहीं रह सकता। हम भी पीछे नहीं हटेंगे, जो भी इंदौर को किसी भी तरह से नुकसान पहुंचाएगा, हम उसे हर हाल में खत्म कर देंगे।
कागदीपुरा मस्जिद से हटाए गए विवादित पोस्टर
छत्रीपुरा थाना क्षेत्र की कागदीपुरा मस्जिद में लगे विवादित पोस्टर को सोमवार को हटा दिया गया है। रविवार को हिंद रक्षक के एकलव्य सिंह गौड़ ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्टर की फोटो शेयर की। आरोप है कि यह गजवा-ए-हिंद के आतंक को दर्शाने वाला पोस्टर है। सोशल मीडिया पर ये काफी तेजी से वायरल हो रहा था। हिंदू संगठनों से जुड़े अन्य लोगों ने भी इसका विरोध किया। हालांकि, शिया समुदाय ने स्वेच्छा से पोस्टर हटा दिया। विवादित पोस्टर पर शिया समुदाय ने भी अपनी राय जाहिर की है। उन्होंने कहा कि कथित विवादास्पद पोस्टर में इराक में इमाम हुसैन की शहादत को दर्शाया गया है।
गजवा-ए-हिंद से कोई लेना-देना नहीं
ऑल इंडिया शिया समाज के प्रदेश प्रवक्ता दिलशाद नकवी ने कहा कि इसमें हजरत इमाम हुसैन की बहन जैनब और हजरत बीबी सकीना नाम की चार साल की बच्ची को दिखाया गया है। पोस्टर में यजीद सेना द्वारा हमाम हुसैन की शहादत के बाद के हालात को दर्शाया गया है। इसका गजवा-ए-हिंद से कोई लेना-देना नहीं है, यह आरोप झूठा है। इसके बावजूद हमने स्वेच्छा से इसे हटा दिया है।