रायबरेली में इन दिनों पुलिस व वन विभाग कि सांठ-गांठ से वन माफिया दिन रात क्षेत्र कि हरियाली उजाड़ रहे हैं। हद तो तब पार होती है जब हरियाली उजाड़ने के मामले कि कोई ग्रामीण शिकायत भी कर देता है, तब भी वन विभाग के जिम्मेदार कार्यवाही करने को तैयार नहीं होते। दरअसल पूरा मामला जिले के सलोन कोतवाली क्षेत्र स्थित राजापुर माफी गांव का है। जहां रायबरेली – प्रतापगढ़ मार्ग पर मौजूद वन विभाग के कार्यालय से लगभग महज पांच सौ मीटर दूर फायर स्टेशन के किनारे के किनारे खड़े तीन नीम के हरे वृक्षों को दिनदहाड़े वन माफियों ने बेख़ौफ़ ढंग से काट लिया। यहां तक कि वर्तमान समय में भी एक वृक्ष धराशाई होकर गिरा पड़ा हुआ है। जिसको ले जाने कि ताक में वन माफिया लगे हुए हैं। नाम न छापने कि शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग तो वन माफियों से मिला ही है। सूचना देने पर एक युवक को पुलिस सलोन थाना उठा ले गई। जहां शांतिभंग में जेल भेजने कि धमकी देकर सुलहनामा करवा कर उसे बरी कर दिया गया। किंतु खुलेआम वन विभाग कि चंद कदम दूरी से काटे गए नीम के हरे वृक्षों कि अवैध कटान से पुलिस व वन विभाग कि कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है।