रायबरेली के जिला अस्पताल में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कालेज में हुई ह्रदय विदारक घटना को लेकर सीएम योगी ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिये है। हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अग्निशमन व्यवस्था में लापरवाही सामने आ रही है। आपको बता दे कि आज दिनांक 16 नवंबर 2024 दिन शनिवार को समय करीब 3:00 बजे रायबरेली जनपद के जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है। इसी अवस्था को लेकर कई बार यहां घटनाएं भी हो चुकी हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश के झांसी जनपद में रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में हुई घटना को लेकर अस्पताल का नगर मजिस्ट्रेट ने मैच खानापूर्ति के लिए निरीक्षण किया और निकल लिए यहाँ लापरवाही का आलम यह है की कि जले हुए बिजली के बोर्ड हैं और एबीसी टाइप के फायर इंसुलेटर 2021 के है। यहाँ बच्चा वार्ड में जले हुए बिजली के बोर्ड दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। लेकिन लाखों रुपये रखरखाव के नाम पर बजट लेने वाला जिला अस्पताल इसकी तरफ से लापरवाह बना है। ख़ास बात यह कि इस पर जवाब देने के लिए सीएमएस डॉक्टर प्रदीप अग्रवाल सामने नहीं आये बल्कि उन्होंने कहा कि उन्हें मीडिया में बोलने से मना किया गया है। वहीं 2021 के एबीसी टाइप फायर इन्सुलेटर भी धोखा दे सकते हैं। अग्नि सुरक्षा अधिकारी मनीराम सरोज के मुताबिक, वैसे तो एबीसी टाइप सिलेंडर पर जब तक मीटर सही रीडिंग बताता हैं तब तक इसे उपयोगी माना जाता हैं। उन्होंने कहा, इसके बावजूद इन सिलेंडर को हर वर्ष चेक कराया जाना चाहिए क्योंकि कई बार एक साल की अवधि में इसके नोजेल और नॉब जाम हो जाते हैं। यहाँ तीमारदार भी जले बिजली के बोर्ड और लटकते तारों को देखकर भयभीत हैं लेकिन सिस्टम सरकारी हैं इसलिए इनके मुहं पर भी ताला हैं। नगर मजिस्ट्रेट ने कहा कि यहां की व्यवस्थाओं को चेक किया गया है और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए विभाग को निर्देश दिए गए हैं हर बार जांच होती है हर बार निरीक्षण होता है लेकिन अव्यवस्था वैसी की वैसी रहती है।