संतोष को असंतोष देखा जा रहा है बढ़ते अपराध में पुलिस की लापरवाही की मुख्य भूमिका कई जगह देखी जा रही है
सफ़ाई आयोग अध्यक्ष के परिजनों पर कड़ी कार्रवाई के लिए अड़ी महाजन
एक मियान मे दो तलवार कि कहावत तो आपने बहुत सुनी वैसे ही आज पुलिस भी उलझन मे है
शोरूम्स में तोड़फोड़ पर टीआई की भूमिका से ग़ुस्से में महाजन, आज सर्व समाज का प्रतिनिधिमंडल मिलेगा पुलिस कमिश्नर से
मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष से महाजन ने की शिकायत, दिल्ली तक गूंजेगा मामला देखना अब ये हे कि शहर कि शान लोकसभा अध्यक्ष की तलवार क्या कमाल करती है
आयोग के अध्यक्ष के पक्ष में पुलिस पर दबाव बनाने वाले नेता व अफ़सर महाजन के निशाने पर है या फिर इन तलवारो की मियान ही कोई और है
ताई के समर्थन में जनप्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ताओं की हुई अहम बैठक मे नतिजा क्या रंग लाता है
नासिफ खान ब्यूरो रिपोर्ट
शहर की ताई यानी पूर्व लोकसभा स्पीकर व शहर की आठ बार की सांसद सुमित्रा महाजन का ‘ प्रलाप’ क्या ‘प्रताप’ दिखायेगा? इस पर अब सबकी नज़र हैं। पार्टी को एक परिवार मानने वाले भाजपा सँगठन के सामने भी यह प्रश्न खड़ा हो गया हैं कि वह क्या स्टैंड ले? क्योंकि पीड़ित ,पक्ष व प्रताड़ना देने वाले एक ही दल से जुड़े हैं। मामला अब इंदौर से भोपाल तक जा पहुँचा हैं। सत्ता की चौखट पर औऱ संगठन के दरवाज़े पर इस मूददे पर गम्भीर दस्तक दे दी गई हैं। सुनवाई नही होने की सुरत में ‘ दिल्ली दरबार’ की राह पकड़ने की ताक़ीद भी दी गई हैं। ‘ घर के झगड़े ‘ में ‘ घर फोड़ूओ’ की पड़ताल शुरू हुई हैं। पुलिस की भूमिका व ‘अपनो’ की कारगुजारियों से आहत महाजन फ़िलहाल बहुत रोष में हैं और अंतर्मन से आहत भी हैं कि जिस पार्टी के लिए सर्वस्व खपाया, उस दल के वर्तमान ताकतवर नेता उम्र के इस पड़ाव पर उनके साथ ये कैसा व्यवहार कर रहें हैं? शेष सब मौन रहकर क्या जता रहें हैं?
शहर की आठ बार की सांसद और लोकसभा की पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन ‘ ताई ‘ का घर ही सुरक्षित नही तो फिर शहर में कौन सुरक्षित है या फिर समाज के मख्या के पावर का गलत फाएदा उठाया जा रहा है।
इस सवाल के साथ ताई समर्थक लामबंद हो गए हैं। गुस्से में तो ताई भी है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव व प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से फोन पर बात कर अपना रोष ज़ाहिर किया। उधर प्रदेश के कद्दावर मंत्री ने भी फ़ोन कर महाजन से वस्तुस्थिति की जानकारी ली। दूसरी तरफ ताई के समर्थन में जनप्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओ की एक अहम बैठक भी रविवार को हुई। इस बैठक में तय किया गया कि सोमवार को सर्व समाज का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस कमिश्नर से मिलेगा औऱ आरोपियों के ख़िलाफ़ कठोर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग करेगा। आरोपियों पर हल्की धाराओं में केस दर्ज करने के मसले पर सम्बंधित क्षेत्र के टीआई की भूमिका को भी कटघरे में लिया गया हैं। आज ये भी सबित हो गया हे कि नेता कोई भी लङता तो सिर्फ अपनो के लिए ही है। इतनी जद्दो जहद किसी गरीब की पिङा को क्यूं नही समझता है।
मामला महाजन के पोते के शोरूम्स पर हुई तोड़फोड़ व मारपीट से जुड़ा हैं। इस घटना को जिन आरोपियों ने अंजाम दिया हैं, वे सब भाजपा से ही जुड़े हैं। मुख्य आरोपी प्रदेश सरकार में सफाई आयोग के अध्यक्ष के भतीज़े से जुड़ा हैं। हालांकि अध्यक्ष स्वयं कह रहे है कि उनके ताई से मधुर सम्बंध है। और मैने ही कठोर कार्रवाई के लिए कहा हैं। अध्यक्ष की इस बयानबाजी से ताई व उनका खेमा संतुष नही। उसका कहना है कि अध्यक्ष ने इस मामले में राजनीतिक व प्रशासनिक दबाव बनाया। घटना में महाजन के पोते व शोरूम मैनेजर के साथ मारपीट भी की गईं। बावजूद इसके रिपोर्ट दर्ज करने में जबरदस्त ढिलाई व देरी की गईं। मामला भी कमजोर धाराओं में दर्ज किया गया। महाजन केम्प का कहना है कि 24 घण्टे के अल्टीमेटम के बाद भी मामले में धाराएं जस की तस है। लिहाज़ा अब इस मसले पर पुलिस कमिश्नर से सोमवार दोपहर 3 बजे सर्व समाज का प्रतिनिधिमंडल मिलेगा।
निगम में अटैच हैं वाहन, हमले में निगमकर्मी भी और समाज के अध्यक्ष पद का उठा रहे है गलत फाएदा!
जिस गाड़ी को लेकर पूरा मामला घटित हुआ, बताया जा रहा है कि वह नगर निगम में अटैच हैं। हमले में निगमकर्मी के शामिल होने की जानकारी भी रविवार की बैठक में दी गई। बैठक में ये भी तय किया कि निगम कर्मियों की बर्खास्तगी के लिए महापौर से कहा जायेगा। इस मसले पर सोमवार को महाजन समर्थक महापौर से भी मिलेंगे। ताई खेमा उन नेताओं व अफ़सरो के नाम भी जुटा रहा है जिन्होंने घटना के बाद आयोग अध्यक्ष के पक्ष में पुलिस पर दबाव बनाया। सूत्रों के मुताबिक महाजन ने सीएम व प्रदेश अध्यक्ष से दो टूक ये भी कहा है कि वह यही रुकने वाली नही। इस पूरे मामले को दिल्ली आलाकमान तक लेकर जाएगी।
फ़िर शहर में कौन सुरक्षित?
भाजपा पार्षदों व एमआईसी मेम्बर, सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि पूर्व लोकसभा स्पीकर महाजन के बेटे के सर्विस सेंटर पर असामाजिक तत्वों के हमले से शहर में जनआक्रोश है। सोमवार को पुलिस कमिश्नर से मिलकर कडी कार्रवाई की मांग करी कि जब ताई का घर भी सुरक्षित नहीं तो शहर में कौन सुरक्षित? यदि ताई के बेटे के शोरूम पर असामाजिक तत्व हमला कर सकते हैं, जो शहर में आम आदमी की क्या स्थिति होगी? इस मुद्दे को लेकर रविवार को शहर के विभिन्न समाज एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं व जनप्रतिनिधियों के साथ एक वृहद बैठक हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि सोमवार दोपहर 3:30 बजे पुलिस कमिश्नर से मिले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करेंगे। इस आंदोलन में सभी समाज के वरिष्ठजन, सामाजिक कार्यकर्ता एवं राजनेता सम्मिलित रहेंगे। बैठक में एमआईसी मेंबर बबलू शर्मा, पार्षद प्रशांत बड़वे, सुरेश टाकलकर, कंचन गिदवानी, अशोक डागा, राजेश अग्रवाल, राम मूंदड़ा, देवेन्द्र ईनाणी, सुधीर दांडेकर, विकास गुप्ता, प्रकाश परवानी, महेश जोशी, दीपेश पचौरी, सौरभ खंडेलवाल, अशोक पटेल, सत्यनारायण प्रजापति आदि शामिल थे।
शहर मे पहली बार देखा जा रहा है। सरकारी नोकरी करने वाले खुले आम गुंडा गर्दी करते नजर अ रहे है। आपको बता दे कुछ समय पहले एक पत्रकारिता संचालक के खेमे पर निगम के गुंडो ने तोङ फोङ कर अपनी गुंडा गर्दी का परचंम लहराया था।
सुमित्रा महाजन किसी नाम.की मोहताज नही है। उन्होने अपना ही नही पुरे इंदौर का नाम भी रोशन किया जिसने अपने आप मे एक रिकार्ड बनाया और 8 बार इंदौर से सांसद रही फिर लोकसभा अध्यक्ष रहकर अपनी राजनिती सफर को अलविदा कहा।