रिपोर्ट : आकाश कुमार निराला
भारतीय भाषा उत्सव के अवसर पर हिंदी, बंगाली और आई क्यू ए सी के संयुक्त तत्वावधान में भारतीय भाषाओं का महत्व एवं संरक्षण विषय पर एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन प्राचार्य लक्ष्मी नारायण की अध्यक्षता में दीप प्रज्ज्वलित करके शुरू किया गया। प्राचार्य लक्ष्मी नारायण ने कहा भारतीय भाषाओं को बढ़ावा व संरक्षण देने हेतु भारतीय भाषा उत्सव 11 दिसंबर को मनाया जाता है। भाषा के माध्यम से हम दूसरी संस्कृतियों को भी समझ सकते हैं। प्रो इंचार्ज प्रो गोपाल प्रजापति ने कहा भारतीय भाषा के माध्यम से साहित्य, शिल्प, प्रदर्शन कला, लिपियों के विभिन्न रूपों और रचनात्मक की अन्य विधाओं को अच्छी तरह समझा जा सकता है।
हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मधुरा केरकेट्टा ने कहा भारतीय भाषा उत्सव के माध्यम से हम देश की भाषाई विविधता और बहु भाषावाद को अच्छी तरह समझ पाते हैं। डा अरुण रंजन ने बताया भारतीय भाषाओं के माध्यम से नवाचार एवं उधमिता को प्रोत्साहन दी जाती है। बंगाली विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सुशांत बैरा ने कहा भारतीय भाषा उत्सव के माध्यम से हम भाषा के समग्र विकास की बात करते हैं।

आई क्यू ए सी कोऑर्डिनेटर डा अरुण कुमार रॉय महतो ने कहा भारतीय भाषा उत्सव के द्वारा मातृभाषा और भारतीय भाषाओं को बढ़ावा व संरक्षण दिया जा रहा है। इस सेमिनार के माध्यम से जनसाधारण के बीच मातृभाषा के प्रसार को बढ़ावा दिया जा रहा है। भारतीय भाषा उत्सव के माध्यम से हम अपनी संस्कृतियों को बखूबी समझ सकते हैं। इस सेमिनार के साथ साथ छात्राओं से पोस्टर, कविता पाठ, भाषण, गीत आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कॉलेज के सभी विभागों के शिक्षकों, शिक्षकेतर कर्मचारियों, छात्र छात्राओं की गणमान्य उपस्थिति रही।