रिपोर्ट : अविनाश कुमार
सीसीएल कथारा महाप्रबंधक संजय कुमार ने रविवार को झिरकी गांव के समीप स्थित कथारा कोलियरी के डंपिंग स्थल का निरिक्षण किया। इस दौरान झिरकी अंजुमन कमिटी के सदस्यों के साथ ग्रामीण विस्थापितों के प्रतिनिधि मौजूद थे। ज्ञात हो कि लगभग तीन दिन पूर्व क्षेत्रीय प्रबंधन के साथ कथारा कोलियरी में लगी आग, गैस रिसाव, बिजली, सड़क, पानी, रोजगार आदि सात सूत्री मांग पत्र को लेकर कमिटी के सदस्यों व ग्रामीण प्रतिनिधिओं के बीच बैठक हुई थी। जिसके आलोक में महाप्रबंधक डंपिंग स्थल एवं ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत होने उक्त स्थल पर पहुंचे थे। महाप्रबंधक संजय कुमार ने कमेटी सदस्यों एवं ग्रामीण प्रतिनिधियों को भरोसा दिया के डंपिंग स्थल को डोजरिंग के माध्यम से समतल कर व अन्य तकनीकी उपायों के माध्यम से गैस रिसाव एवं अगलगी पर काबू करने का सार्थक प्रयास किया जाएगा। इससे प्रभावित हो रहे आसपास के क्षेत्र को मेजरमेंट कर हटाने की प्रक्रिया की जाएगी। झिरकी गांव के पुनर्वास एवं नई परियोजना को लेकर रिपोर्ट तैयार कर सीसीएल मुख्यालय को रिपोर्ट सौंपा जाएगा, ताकि उक्त प्रस्ताव पर आगे की कार्रवाई हो सके। क्योंकि आने वाले समय में न्यू कथारा वाशरी कि क्षमता 30 लाख टन सालाना कोयला वाश करने का कार्य करेगा। ऐसे में कथारा कोलियरी के विस्तारीकरण की अति आवश्यकता होगी। समिति एवं ग्रामीण प्रतिनिधियों ने कहा कि जिस तरह से माइंस में लगी आग और जहरीले गैस का रिसाव बढ़ता जा रहा है। ऐसे में प्रबंधन हम ग्रामीणों को प्रावधान के अनुरूप मुआवजा नौकरी आदि देते हुए पुनर्वास करने का कार्य करें। इस मौके पर पीओ दुर्गेश कुमार सिन्हा, कथारा ओपी प्रभारी राजेश कुमार प्रजापति, श्रमिक नेता इसराफिल अंसारी, सदर अब्दुल कुदूश, सेक्रेटरी शराफत हुसैन, मों कलीम आदि लोग मौजूद थे।