- लैंडिंग के दौरान विमान के पहिए नहीं खुले, एअरपोर्ट बाउंड्री से टकराया
दक्षिण कोरिया में मुआन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर रविवार को उतरते समय जेजू एअर का एक यात्री विमान क्रैश हो गया। देश में अब तक हुए सबसे वीभत्स हवाई हादसों में से एक इस घटना में कम से कम 176 लोगों की मौत हो गयी। विमान में 181 लोग सवार थे। रिपोर्ट के अनुसार विमान में 175 यात्री और 6 क्रू मेंबर सहित 181 लोग थे। राहतकर्मी 176 शव बरामद कर चुके हैं। राहत दल ने 2 लोगों को जिंदा बचा लिया जबकि बाकी 3 यात्रियों के मारे जाने की आशंका जतायी गयी है। मरने वालों में 82 पुरुष और 83 महिलाएं हैं। यह हादसा भारतीय समय के अनुसार रविवार सुबह 5:37 बजे (द. कोरिया सुबह 9:07 बजे) हुआ। बैंकॉक से आ रहा विमान हवाईअड्डे पर उतरने वाला था, लेकिन लैंडिग गियर में खराबी की वजह से विमान के पहिए नहीं खुले। विमान की आपात बेली लैंडिंग करायी गयी। विमान सीधे रनवे से टकराया। इस दौरान विमान रनवे पर फिसलता हुआ हवाईअड्डे की चारदीवारी से जा टकराया। उसमें धमाके के साथ आग लग गयी।
पायलट ने भेजा था संकट का संकेत
परिवहन मंत्रालय ने बताया कि विमान 15 वर्ष पुराना बोइंग 737-800 जेट था। अधिकारियों ने बताया कि संचार रिकॉर्ड के उनके शुरुआती आकलन से पता चला कि हवाईअड्डे के नियंत्रण टॉवर ने विमान को उतरने से कुछ समय पहले पक्षियों के टकराने की चेतावनी जारी की और पायलट को एक अलग क्षेत्र में उतरने की अनुमति दी। पायलट ने दुर्घटना से पहले संकट संकेत भेजा था।परिवहन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी जू जोंग-वान ने बताया कि कर्मचारियों ने विमान के ब्लैक बॉक्स से फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर को निकाल लिया है और ‘कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग’ उपकरण की तलाश की जा रही है। मुआन में आपातकालीन अधिकारियों ने कहा कि विमान के ‘लैंडिंग गियर’ में खराबी आ गयी थी।
जेजू एअर के सीईओ ने हादसे पर माफी मांगी
जेजू एअर के सीईओ किम ई-बे ने हादसे पर दुख जताते हुए लोगों से माफी मांगी है। कंपनी ने बताया कि वह राहत और बचाव के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। कंपनी के अधिकारियों के अनुसार विमान पिछले 15 साल से ऑपरेशनल था। यह विमान पहले कभी दुर्घटनाग्रस्त भी नहीं हुआ है।