रायबरेली में एक परिवार को बैंक से लोन लेकर व्यापार करने वाले मनीष अग्रहरि को उसे समय गहरा सदमा लगा, जब बैंक द्वारा ली गई धनराशि को अदा न करने पर बैंक ने उनके मकान को निलाम कर दिया हैं। मनीष अग्रहरि मनीष बेकरी के नाम पर बैंक ऑफ़ बड़ौदा से 30/ 12/ 2013 को 20 लाख रुपए का कर्ज लिया था,कर्ज लेकर वह बेकरी का व्यापार कर रहे थे कि अचानक करोड़ों के मकान में उनका व्यवसाय ठप हो गया। जिस कारण वह बैंक का पैसा अदा नहीं कर पाए इतना ही नहीं मनीष गुप्ता ने बताया कि उन्होंने धीरे-धीरे करके अब तक कुल 15 लाख पच्चास हजार रुपए जमा कर चुके हैं। बैंक वालों से मोहलत भी मांगी गई थी, परंतु बैंक वालों ने मनीष गुप्ता का मकान निलाम करवा दिया, मनीष गुप्ता बेघर हो गए हैं। मनीष गुप्ता व उनके परिवार के सभी लोग बैंक के कर्मचारियों पर आरोप लगा रहे हैं कि, बैंक के कर्मचारियों ने सोची समझी रणनीति के तहत उनके पुस्तैनी घर को उनसे छीन लिया और नीलाम करवा दिया। वहीं दूसरी ओर बैंक के अधिकारियों ने बताया कि मनीष गुप्ता को कई बार पैसा अदा करने के लिए मोहलत दी गई थी, परंतु मनीष गुप्ता के द्वारा दिए गए समय पर पैसे की अदायगी नहीं की गई। जिस कारण बैंक की कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए घर को निलाम करवा कर घर को खाली करवाया गया है।