जिले में 10 दिनों के अंदर हुई तीन दलितों की मौत से राजनीतिक गलियारे में सरगर्मियां तेज कर दी है। जिसको लेकर आज समाजवादी पार्टी और भाकपा माले का एक डेलिगेशन म्रतक के परिवार से मिलने के लिए उनके पैतृक आवास पॅहुचा औऱ शोक सवेंदना देने के बाद उनकी जमीनी हकीकत जानने के साथ बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला पूरा मामला रायबरेली जिले के सलोन कोतवाली क्षेत्र के उमरन गांव का है। दरअसल आपको बता दे कि 3 जनवरी 2025 को आम की बाग में घुन्नु का शव पेड़ से लटकता हुआ मिलने से परिवार में कोहराम मचा हुआ था। म्रतक के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए कोतवाली में तहरीर भी दी थी। अभी पुलिस उसका खुलासा कर भी नही पाई थी कि 8 जनवरी को राम खेलावन नाम के एक दलित श्रमिक की गांव के रहने वाले राहूल नाम के दबंग ने कुल्हाड़ी और धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी। जिसको लेकर नाराज ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगाकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की, जिसको लेकर जिले के लगभग आधा दर्जन थाने की पुलिस तैनात की गई। ताकि किसी तरह से बलवा न हो पाए और पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया। उसके बाद 24 घण्टे ही बीते थे कि पास के गांव रसूलपुर में एक बुजुर्ग दुखीराम का शव झोपड़ी के अंदर मिला था। जिसपर परिवार के लोगों ने हत्या का आरोप लगाया था।
इन सभी दलितो की मौत ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। आज उसी को लेकर समाजवादी पार्टी औऱ भाकपा माले का डेलिगेशन म्रतक परिवार से मिलकर शोक सवेंदना व्यक्त की और पुलिस प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए, बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। वही म्रतक परिवार से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सपा सांसद आर के चौधरी ने कहा की बीजेपी सरकार में दलितों पिछड़ो और अल्पसंख्यक का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। प्रशासन से मांग की जा रही है कि पीड़ितों को न्याय दिलाया जाए नही तो इस मुद्दे को सदन में उठाया जाएगा। वही भाकपा माले के राज्य कमेटी के सदस्य विजय सिंह विद्रोही ने कहा कि सरकार और कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेलियर है। पूरे परदेश में दलितों के साथ अत्यचार किया जा रहा है। योगी सरकार सिर्फ हाथ पर हाथ रखकर तमाशा देखने का काम कर रही है।