रिपोर्ट : आकाश कुमार निराला
सीसीएल कथारा क्षेत्र के कथारा कोलियरी प्रबंधन की बेरुखी का दंश झेल रहे झिरकी गांव के ग्रामीणों ने मंगलवार को कोलियरी का चक्का जाम कर दिया। जिससे उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हो गया वार्ता करने आए पीओ से ग्रामीण मिलने से इनकार कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुरी प्रदूषण से प्रभावित झिरकी गांव के सैकड़ो ग्रामीण मंगलवार की दोपहर अचानक कथारा कोलियरी के तीन नंबर खदान पहुंचकर धरना प्रदर्शन करते हुए कोलियरी का उत्पादन कार्य को ठप कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि प्रबंधन जानबूझकर उन्हें परेशान करने में लगी है। पंचायत के मुखिया हाजी मिकाइल अंसारी के अनुसार प्रबंधन द्वारा जानबूझकर गांव के मुहाने पर आग से प्रभावित कोयला मिश्रित ओ बी को डंप कर दिया है। जिसे निकालने वाले गैस से गांव के सैकड़ो लोग प्रभावित हो रहे हैं। जिससे वह गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं मुखिया ने बताया कि यहां प्रबंधन द्वारा शुद्ध पेयजल तक मुहैया नहीं कराया जा रहा है और तो और वह भी डंपिंग के दौरान बढ़ते प्रदूषण ने झिरके गांव का सूरते हाल बिगाड़ दिया है। धरना पर बैठे पंचायत समिति सदस्य सलेहा खातून के पति जबार आलम ने बताया कि बीते माह 19 दिसंबर को क्षेत्र के महाप्रबंधक संजय कुमार तथा कथारा कोलियरी पिओ डीके सिन्हा की उपस्थिति में ग्रामीणों के साथ संपन्न वार्ता में प्रबंधन द्वारा आग लगे हिप को पूरी तरह ढकने और शुद्ध पेयजल मुहैय्या करने का आश्वासन दिया गया था।

जिसका एक प्रतिशत भी अनुपालन नहीं किया गया है। कांग्रेसी नेता मुर्शिद अंसारी के अनुसार प्रबंधन के खिलाफ स्थानीय ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। जब तक उच्च प्रबंधन ग्रामीणों के साथ वार्ता कर समस्या समाधान नहीं करती है, तब तक कोलीयरी का चक्का जाम रहेगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान जीएम संजय कुमार से बेहतर पूर्व जीएम डीके गुप्ता थे। जिनके प्रयासों से कुछ हद तक इस दिशा में कार्य किया गया था, लेकिन वर्तमान जीएम तथा पीओ मनमानी पर उतर गए हैं। इस संबंध में परियोजना पदाधिकारी डीके सिन्हा ने कहा कि आंदोलनकारी से वह वार्ता के लिए पहुंचे हैं। लेकिन वे वार्ता को तैयार नहीं है उनके द्वारा इसकी सूचना उच्च प्रबंधन को दे दी गई है। उपरोक्त के अलावा मोहम्मद इजराफिल अंसारी उर्फ बबुनी, मोहम्मद रसूल बख्श, मोहम्मद जमील, मोहम्मद मुर्शीद अंसारी, मोहम्मद कयुम, मोहम्मद शकील सहित सैकड़ो ग्रामीण उपस्थित थे।