रिपोर्ट : अमित कुमार मंदिलवार
हावड़ा बड़बिल जनशताब्दी ट्रेन बीते शुक्रवार को इस सप्ताह मे सबसे ज्यादा घंटे लेट बड़बिल पहुंची। बड़बिल स्टेशन अपनै निर्धारित समय से 6:30घंटे लेट आई और वापसी मे हावड़ा जाते जाते 8 घंटे लेट हो गई। उक्त ट्रेन के लेट परिचालन के कारण दर्जनों यात्रियों को बस के माध्यम से टाटानगर जाते देखा गया। ज्ञात हो कि हावड़ा बड़बिल जनशताब्दी ट्रेन डेढ़ वर्षो से लगातार घंटो घंटो विलंब से परिचालन कर रही है। झारखंड एवं ओडिशा लौहाचंल क्षेत्र के लाइफलाइन कहे जाने वालै हावड़ा बड़बिल जनशताब्दी के लेट परिचालन के कारण इस क्षेत्र मे कार्यरत खादान एवं कलकारखानों के कर्मीयों को इस ट्रेन से विश्वास धीरे धीरे उठता जा रहा है और वे इस ट्रेन से बेहतर बस को मान रहे है और बस से यात्रा कर रहे है। क्षेत्रवासियों के अनुसार लौहाचंल क्षेत्रो से रेलवे विभाग करोड़ों रू.की कमाई कर रहा है। परंतु रेलवे विभाग द्वारा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। क्षेत्र के समाजिक कार्यकक्ताओ द्वारा रेल मंत्री, हावड़ा, चक्रघरपुर रेलमंडल अधिकारी को प्रतिदिन एक्स हैंडल पर टियुट कर समस्या से अवगत कराया गया परंतु समस्या जसकी तस है और रेलवे विभाग द्वारा यात्रीयों से पी एन आर नं. और मोबाइल नं. माँग कर कोरम पुरा किया जा रहा है।