परशदेपुर (रायबरेली) : नगर पंचायत परशदेपुर में कराए गए विकास कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायत पर सोमवार को जांच करने पहुंचे लोक निर्माण विभाग लखनऊ के अधिशासी अभियंता आर.पी. यादव ने सामुदायिक शौचालय और गौशाला सहित अन्य कार्यों की गहन जांच की।
शिकायतकर्ता भूपेंद्र सिंह, निवासी मटियारा चौराहा ने इन कार्यों में करोड़ों रुपए के घोटाले का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायत दी थी। इसके बाद जांच टीम का गठन किया गया। जांच के दौरान, शिकायतकर्ता ने अधिकारियों से विकास कार्यों से संबंधित अभिलेख और एमबी (मेजरमेंट बुक) की मांग की, लेकिन अधिकारी कोई भी दस्तावेज़ उपलब्ध कराने में असमर्थ रहे। अधिशासी अधिकारी भी जांच के दौरान कार्यालय में मौजूद नहीं थीं।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि कई बार शिकायतों के बावजूद अभी तक किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। केवल जांच अधिकारी आते हैं, जांच करते हैं और चले जाते हैं। जांच अधिकारी आर.पी. यादव ने बताया कि जांच पूरी कर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी। मामले की सत्यता की पुष्टि के बाद ही आगे की कार्रवाई संभव होगी। आखिर, परशदेपुर के विकास कार्यों की असलियत कब उजागर होगी?