महाकुंभ की नगरी प्रयागराज में भगदड़ के कारण हुई। घटना से सबक लेते हुए. योगी सरकार ने भीड़ से निपटने के लिए। कुछ खास इंतेजामत का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है. जिससे महाकुंभ हो आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े।
आई समझते हैं. कि, कैसे बसंत पंचमी पर भीड़ को कंट्रोल करेगा प्रशासन
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घटना के बाद आनॉन- फानन में अधिकारियों के साथ बैठक कर उनको आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं. आने वाली 3 फरवरी को बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर अमृत स्नान के लिए। वहां के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक महाकुंभ के मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे. यह सभी अधिकारी आज यानी गुरुवार को ही महाकुंभ मेला में पहुच कर सारी व्यवस्थाओं का जायजा करेंगे, साथ ही सारी सुरक्षाव्यवस्था के इंतजामात की जानकारी योगी आदित्यनाथ को देंगे।

पिछली गलतियों से सबक लेगा प्रशासन : योगी
प्रयागराज में मौनी अमावस्या के ‘अमृत स्नान’ के दौरान हुए दुखद हादसे में लगभग 30 श्रद्धालुओं को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। यह हादसा कई परिवारों को जिंदगी भर के लिए गमों का पहाड़ टूट पड़ा है. रात में हुईं भीड़ के अत्याधिक दबाव के कारण श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ होने से हालात बेकाबू हो गए. हलकी समय रहते स्थिति पर कंट्रोल पा लिया गया था। प्रशासन जैसे तैसे करके हालात में काबू किया।
सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए महाकुंभ में बसंत पंचमी पर होने वाले चौथा ‘अमृत स्नान’ चुनौती भरा होने वाला है, इन सबसे निपटने के लिए आईए जानते हैं। प्रशासन के द्वारा क्या तैयारियां की गईं हैं? आइए समझते हैं. कि भीड़ को कंट्रोल करने के लिए महाकुंभ प्रशासन ने क्या-क्या इंतजाम कर रही है.
मझे हुए अधिकारि तैनात रहेंगे
मौनी अमावस्या में हुए भगदड़ हादसे के बाद महाकुंभ मेले के लिए.योगी सरकार ने स्पेशल अधिकारियों को प्रयागराज बुला लिया गया है. जो कि 2019 में आयोजित हुए कुंभ में अपनी खास सेवाएं दे चुके है, साथ ही प्रयागराज में मंडल आयुक्त रहे यूपीपीसीएल के अध्यक्ष आशीष गोयल और इलाहाबाद विकास प्राधिकरण के वीसी रहे भानु चंद गोस्वामी को व्यवस्थाएं देखने के लिए महाकुंभ मेला क्षेत्र के लिए नियुक्त कर दिया गया है. अब यह एक्सपीरियंस अधिकारी अपनी सूझबूझ और वीरता के दम पर बसंत पंचमी के अमृत स्नान के लिए तैनात रहेंगे। साथ ही किसी भी प्रकार की गलती की कोई गुंजाइश नहीं रखेंगे।

अब बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर सभी अखाड़े करेंगे शाही स्नान
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बसंत पंचमी के शुभ मौके पर अमृत स्नान को लेकर सुरक्षा व सुविधा से जुड़े हर प्रकार के बिंदु पर फोकस करने का आदेश अधिकारियों को दे दिया हैं. उम्मीद लगाई जा रही है. कि बसंत पंचमी पर महाकुंभ के चौथे अमृत स्नान में बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ में आकर अमृत स्नान करेंगे, साथ ही इसी दिन सभी अखाड़ों को भी अमृत स्नान करना है. मौनी महाकुंभ मेला प्रशासन बड़ी तैयारी के साथ व्यवस्थाओं को संभालेगा।
कुछ इस प्रकार की गई हैं तैयारियां
एक्सपर्ट अधिकारियों बुलाया; महाकुंभ मेला की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए स्पेशल एक्सपीरियंस अधिकारियों को 12 फरवरी तक प्रयागराज के लिए बुला लिया गया है. इनमें सबसे पहले कुंभ-2019 के समय प्रयागराज के बतौर मंडलायुक्त पर पदस्थ आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी समेत विशेष सचिव स्तर के 5 अनुभवी अधिकारियों को शामिल किया गया है।

सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा कर पुख्ता इंतजाम
30 जनवरी गुरुवार यानी आज मुख्य सचिव और डीजीपी मेला क्षेत्र में जाकर घटना की समीक्षा करेंगे, साथ ही बसंत पंचमी पर होने वाले ‘अमृत स्नान’ से जुड़े महाकुंभ क्षेत्र की व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे.
किसी भी प्रकार के वाहन पर रोक
मौनी अमावस्या मैं हुए हादसे के बाद से ही प्रशासन ने पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया है, जिसके तहत किसी भी प्रकार के वाहन को अंदर जाने की अनुमति नहीं होगी।
श्रद्धालुओं के रोकने का स्थान
महाकुंभ मेला क्षेत्र में भीड़ के प्रभाव को वस में करने लिए होल्डिंग एरिया भी बनाए जाएंगे। होल्डिंग एरिया को सीमावर्ती क्षेत्रों में ही बनाया गया है.
खाने पीने के पर्याप्त इंतेजामत
जिस जगह पर होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं, वहां पर श्रद्धालु को रोक कर रखने के लिए श्रद्धालुओं का खाना, पानी और बिजली की व्यवस्था गई है।
अब नहीं होगा कोई भी VVIP
अब महाकुंभ के मेला क्षेत्र में अब VVIP पास की रद्द किए गए हैं. अब मेला क्षेत्र में किसी प्रकार के विशेष पास के जरिए किसी भी वाहन को एंट्री नहीं दी जाएगी।
रास्तों पर किए गए बदलाव
बसंत पंचमी को देखते हुए प्रशासन के द्वारा शहर में 4 फरवरी तक चार पहिया वाहनों की एंट्री पर रोक लगाई गई है, साथ ही रास्तों को वन-वे कर दिया गया है. स्नान के लिए श्रद्धालु जिस रास्ते आएंगे तथा श्रद्धालु दूसरे से वापस जाएंगे।