दिल्ली विधानसभा चुनाव में जैसे-जैसे वोटिंग की तारीख़ पास आ रही है। वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टिया अपना जोर लगा रही है। पर आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। उनके पार्टी के 8 विधायकों ने चुनाव से ठीक पहले ही । पार्टी का साथ छोड़ते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. पार्टी से नाराज चल रहे। पालम विधायक भावना गौड़ ने बात करते हुए. बताया कि वो पार्टी से आखिरकार क्यों नाराज है. उन्होंने अपनी बात रखते हुए, कहा, पार्टी संयोजक ने एक ऐसा चश्मा चढ़ा लिया जिससे कारण वह उन के आस-पास के लोग जो भी कुछ दिखाते हैं उन्हें वहीं बस दिख रहा है, साथ ही वहीं कुछ लोग जो भी उनको सुनाते हैं वो वही सुन रहे हैं।
टिकट न मिलने से नाराज थे विधायक
दिल्ली विधानसभा चुनाव को कुछ ही दिन बाकी है. दिल्ली चुनाव के ठीक पहले आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका लगा है. 8 विधायकों ने आम आदमी पार्टी का दमन चुनाव के ठीक पहले ही छोड़ दिया है। यह सभी विधायक पार्टी के द्वारा टिकट टिकट न दिए जाने पर खफा नजर आए। यही वजह है . कि पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. पालम सीट से विधायक भावना गौड़, इ त्रिलोकपुरी से विधायक रोहित महरौलिया, जनकपुरी से राजेश ऋषि, कस्तूरबा नगर से मदनलाल, बिजवासन से बीएस जून, आदर्श नगर से पवन शर्मा, मादीपुर से गिरीश सोनी और महरौली से नरेश यादव ने पार्टी से नाता तोड़ दिया है. जैही ही यह आठ विधायको मैं पार्टी का दामन छोड़ है। यह बात राजनीति के गलियारों में आज की तरह फैल रही अब राजनीतिक पंडित यह भी अनुमान लगा रहे हैं, कि अब केजरीवाल की राह आसान होने वाली नहीं है. अब सभी के मन में एक ही सवाल उठ रहा है. अब केजरीवाल आम आदमी पार्टी की नैया को कैसे पर लगाकर,अपनी सत्ता को बचाने में कामयाब होते हैं.

नए चेहरों पर APP खेला था दाव
आपको बताते चले की आम आदमी पार्टी ने इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक अलग ही स्ट्रैटेजी के साथ मैदान पर उतरी थी. इसी वजह से अपने कई मौजूदा विधायकों का टिकट काटा दिया था. साथ ही पार्टी ने नए चेहरों को मौका दिया था, इसी के बाद 8 नाराज विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे कर पार्टी को छोड़ने का फैसला लिया है।
भावना गौड़ ने बताई नाराजगी, पालम विधायक भावना गौंड हुई…. भावुक
दिल्ली की पालम सीट से विधायक भावना गौड़ ने पार्टी से इस्तीफा देने के पश्चात बात करते हुए, काफी भावुक नजर आई. उन्होंने बात करते हुए कहा कि, मैं बिल्कुल भी नाराज नहीं हूं. वास्तविकता से मैं भी अच्छी तरह से अवगत हूं. मैने अपनी अमरपटा में नहीं लिखा कर लाई कि हमेशा मैं ही विधायक बनी रहूंगी. मैं हरियाणा जैसे राज्य से आई हूं मैं दिल्ली में आकर के लोगों की सेवा करती हूं. दिल्ली में पहले पांच साल तक पार्षद रही हूं. उसके बाद 10 वर्षों तक विधायक पद पर रहते हुए, ईमानदारी और वफादारी के साथ पालम के लोगों की सेवा करती रही हूं, इसीलिए मुझे किसी भी प्रकार का अफसोस नहीं है.
पालम विधायक भावना गौड़ ने आगे बात करते हुए। कहा, मुझे अफसोस इस बात का है, कि जिस विचारधारा को लेकर आम आदमी पार्टी दिल्ली में आई थी, आज उसी विचारधारा से परे नजर आ रही है। आज पार्टी के संयोजक ने एक ऐसा चश्मा पहन रखा है, जिससे उन के आस-पास के कुछ लोग जो दिखाते हैं उन्हें वहीं दिख रहा है, जो सुनाते हैं वहीं सुनाई दे रहा हैं. मेरी बस इसी बात को लेकर नाराजगी है. साथ ही उन्होंने कहा, ये लोकतंत्र है हर किसी को टिकट मागाने का हक है, हालांकि जब कोई पार्टी काम करती है तो उस कार्य में उसका संगठन उसके साथ में खड़ा रहता है. संगठन से जुड़ा हुआ हर व्यक्ति अपनी इच्छा जाहिर कर सकता है और वह टिकट भी मांग सकता है, वो पार्षद और विधायक भी बन सकता है.
किराकी विधायक ने लगाया बीजेपी पर संगीन आरोप
दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी के 8 विधायकों ने चुनाव से पहले इस्तीफा दे दिया है. केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने इस बार के चुनाव में अपने कई विधायकों को टिकट नहीं देने का फैसला किया था, इसी वजह से 8 विधायकों ने पार्टी का दामन छोड़ने का निर्णय ले लिया है.आप ने इस बार किरारी से अपने विधायक का टिकट काट कर बीजेपी से पार्टी में शामिल हुए अनिल झा पर अपना दाव खेला था।
इसी सब के बाद टिकट न मिलने पर किरारी विधायक ऋतुराज गोबिंद ने कहा, की पिछले कुछ हफ्तों से बीजेपी ने मेरे से संपर्क बनाते हुए संपर्क किया और मुझे कई तरह की लुभावनि चीजें देकर मुझे लुभाने की कोशिश की परन्तु, मैंने उनसे यह कहते हुए इनकार कर दिया, कि हर कोई लालची नहीं होता, हर किसी को खरीदा नहीं जा सकता. केजरीवाल जी ने मेरे जैसे एक आम आदमी को दो बार टिकट दिया. हालांकि हमारे ही कुछ साथी बीजेपी के प्रभाव के कारण अभी ऐसा कर रहे हैं पर इतिहास उन्हें कभी माफ नहीं करेगा.