- विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों के हृदय में पारस्परिक समन्वयन करना एकमात्र उद्देश्य : डॉ निखिल चंद्र दास
रिपोर्ट : मोहन कुमार
रांची के कांके स्थित नगड़ी जतरा मैदान में रविवार को विद्यार्थियों शिक्षकों और अभिभावकों के लिए एक आम सभा का आयोजन किया गया। यह दो सत्र में चला। प्रथम सत्र सुबह 9-12 में विद्यालय स्तर के विद्यार्थियों और दूसरा सत्र दोपहर 2बजे से शाम 5 बजे तक चला। इसमें राजधानी रांची के अलग अलग महाविद्यालय, विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, उनके अध्यापकों और अभिभावकों ने भाग लिया। आयोजन के मुख्य वक्ता सह निदेशक डॉ निखिल चन्द्र दास ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान समय में शिक्षक अपनी जिम्मेवारी से पीछे हट रहे हैं। वे सिर्फ छात्रों को पढ़ाते हैं और अपना कर्तव्य पूरा करते हैं। लेकिन विद्यार्थियों से फीड बैक लेना जरूरी नहीं समझते हैं। यह कार्यक्रम उन्हीं शिक्षक, अभिवाभावक और विद्यार्थियों के लिए है, जो व्यवस्थापकों की नज़र में यह शत-प्रतिशत सफ़ल रहा। इसका एकमात्र उद्देश्य था विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों के हृदय में तीनों का पारस्परिक समन्वयन और समान नयन स्थापित हो सके। आज़ विद्यार्थी अपने -अपने अभिभावकों और शिक्षकों से कटे कटे रहने के लिए मजबूर दिखते हैं। सामाजिक स्थानीय शैक्षिक और आर्थिक (सास्थाशाया) योजना जो जनगण शक्ति मंच द्वारा हर-एक ग्राम पंचायत और नगर पंचायत में स्थानीय सरकार की देखरेख में और स्थानीय अभिभावक समिति की जिम्मेदारी में स्थापित होने जा रही है। इसी दिशा में एक समय के अनुकूल क़दम है। इससे विद्यार्थी के साथ उनके अभिभावक और शिक्षक अनुप्रेरित और अभिप्रेरित हो सकेंगे। इसी उद्देश्य से इसकी तमाम जानकारियां या सूचनाएं स-समय उपलब्ध करने और करवाने के लिए नगरी, कांके-पतरातु के मुख्य मार्ग पर मुख्य कार्यालय का उद्घाटन किया गया है। इसका नाम है स्ली लर्निंग फ़ोरम। आयोजन अपरिचित, अनजान व्यक्तिओं या समाज के साथ था। अब इसी कार्यालय में इसी उद्देश्य में परिचित सामाजिक बैठकें नियमित रूप से साप्ताहिक, पाक्षिक या मासिक होगी, साथ ही यहां लर्न बेस्ड कोचिंग भी होगी। स्ली लर्निंग फ़ोरम में सात प्रकार की लर्निंग प्लेटफार्म, सात प्रकार की वर्किंग प्लेटफार्म और सात प्रकार की काउंसलिंग प्लेटफार्म भी नियमित रन करेगा। शिक्षा सहयोग सेवा, कार्य सहयोग सेवा और परामर्श सहयोग सेवा इसकी मौलिक विशेषताएं होगी।