जब से महाकुंभ की नगरी प्रयागराज में भगदड़ हुई है. तब से ही मेला प्रशासन और यूपी गवर्नमेंट के ऊपर कई प्रकार के सवाल उठाए जा रहे हैं। चाहे संत हो या राजनीति से इत्तेफाक रखने वाले राजनेता या फिर जगतगुरु शंकराचार्य हो. सभी अपने-अपने मत अनुसार सरकार द्वारा की गई, व्यवस्थाओं पर सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अब आवीमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज जी ने तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से स्टीफे है, तक की मांग की है।
शव पानी में डाल दिए गए हैं’, जया बच्चन का दावा
अब इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी की नेता जया बच्चन ने महाकुंभ मेले 2025 में को लेकर के एक बड़ा बयान दिया है। जया बच्चन ने श्रद्धालुओं की भीड़ के बारे में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के दावों को खारिज करते हुए पूछा कि मेला क्षेत्र के किसी भी स्थान पर इतनी बड़ी भीड़ से कैसे इकट्ठा हो सकती है. साथी जया बच्चन ने योगी सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहां! की,शवों को नदी में फेंकने का दावा भी किया, जिसके बाद वीएचपी भड़क गया।
सपा नेता जया बच्चन ने ये दावा के कारण नया विवाद खड़ा कर दिया हैं. साथी आगे बात करते हुए’ उन्होंने कहा. कि, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा नदी का पानी इस समय सबसे अधिक प्रदूषित स्तर पर है. जया बच्चन जी के दावों के अनुसार महाकुंभ भगदड़ के पीड़ितों के शव नदी में फेंके गए हैं। उनके इस बयान पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. इस बयान को बेफिजूली और पब्लिक सिटी हासिल करने का जरिया बताते हुए, इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. साथ ही साथ बयान को अस्थिरता पैदा करने वाला बताया है और उसने मांग की है कि जया बच्चन को गिरफ्तार किया जाना चाहिए.

इस तरीके के बयान अस्थिरता पैदा करते हैं : शरद शर्मा
VHP के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने मीडिया से मुखतीफ होते हुए। कहा कि उच्च पद पर बैठे सांसद का ऐसा बयान देश में अस्थिरता पैदा करने वाला है. इस तरह के झूठे बयान बजी से सनसनी फैलाने के लिए सपा संसद जया बच्चन को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. महाकुंभ तो आस्था और भक्ति की रीढ़ है, जहां पर धर्म, कर्म और मोक्ष की प्राप्ति के लिए यह आते है तथा मोक्ष की प्राप्ति भी होती है। द्वापर करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाएं इस महान अनुष्ठान से जुड़ी हुई हैं.
यह पूरा मामला बीते दिन संसद के बाहर पत्रकारों से बात चीत करते हुए सपा नेता जया बच्चन ने दावा करते हुए कहा कि,इस समय पानी सबसे ज्यादा कहां प्रदूषित है? प्रयागराज के महाकुंभ में है. भगदड़ में मरने वालों मासूम लोगों के शव को नदी में फेंक दिए गए हैं, जिसके कारण पानी दूषित हो गया है. सरकार कुंभ में वास्तविक मुद्दों पर ध्यान नहीं दे पा रही है और महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है और न ही उन्हें कोई विशेष सुविधा मिलती हुई नजर आ रही है.

आखिर सरकार संसद में क्यों नहीं बता रही की कुंभ में क्या हुआ था : जया बच्चन
सपा नेता जया बच्चन ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार संसद में बताए कि कुंभ में क्या हुआ था,जया बच्चन ने कुंभ में श्रद्धालुओं की उपस्थिति को लेकर यूपी सरकार के आंकड़ों पर सवाल उठाए हैं. जया ने कहा कि सरकार झूठ बोल रही हैं. कि करोड़ों लोग उस स्थान पर आए थे, किसी भी समय इतनी अधिक संख्या में लोग कैसे एकत्रित हो सकते हैं? सरकार को सच बताना चाहिए, कि आखिरकार महाकुंभ में क्या हुआ है, इस मामले पर सरकार को संसद में बताना चाहिए. प्रशासन बिना पोस्टमार्टम किए ही शवों को पानी में डाल दिया है और संसद में जलशक्ति के ऊपर भाषण दे रहे हैं.
आगे बात करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि देश में इन दिनों बड़ी समस्या है वो महाकुंभ में हुई भगदड़ है. हजारों की संख्या में लोग चले गए हैं. सरकार को सही नंबर आम जनता को बताना चाहिए, साथ ही संसद में दोगली बातें नहीं करनी चाहिए. जनता के सामने बात कर सफाई देनी चाहिए.
30 से अधिक लोगों मौत हुई थी
प्रशासन के आंकड़ों के अनुसारमहाकुंभ में लगभग 30 से अधिक लोगों की मौत पिछले ही सप्ताह महाकुंभ में हुई भगदड़ में लगफग 30 लोगों की मौत होने का आंकड़ा हैं, क्योंकि संगम पर मौनी अमावस्या के पवन अवसर पर दूसरा अमृत स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े थे. इस घटना ने प्रयागराज मेला क्षेत्र को लेकर महाकुंभ मेले के लिए की गई व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. प्रयागराज में महाकुंभ मेला 13 जनवरी से शुरू हुआ था और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के पवन अवसर पर समापन होना हैं।