रायबरेली के कलेक्ट्रेट परिसर स्थित निबंधन भवन में फर्जी बैनामा किए जाने को लेकर सब रजिस्ट्रार के खिलाफ नारेबाजी की गई है और उन पर भ्रष्टाचार व घूस खोरी जैसे गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं। रायबरेली में योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति यहां के अधिकारियों पर बे असर साबित हो रही है। बुधवार को सब रजिस्ट्रार के खिलाफ उनके ही बैनामा लेखकों व किसानों ने गेट पर बैठकर जमकर धरना प्रदर्शन किया है और गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की गई है। प्रदर्शन की जानकारी पर पहुंची कोतवाली पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई।

दरसल बुधवार की शाम को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित निबंध भवन में उसे समय हड़कंप मच गया, जब जिले के सदर तहसील क्षेत्र के लखनऊ प्रयागराज हाईवे स्थित बेस कीमती जमीन का फर्जी तरीके से बैनामा कर दिया गया। जिसको लेकर जानकारी होने पर किसान ने बैनामा लेखक के साथ सब रजिस्ट्रार के ऑफिस में पहुंचकर विरोध किया, तो पीड़ित किसान की सुनवाई नहीं हुई जिसको लेकर किसान व बैनामा लेखको ने निबंध भवन के सब रजिस्टार पर गंभीर आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन करने लगे और विरोध में जमकर नारेबाजी की घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। हालांकि यहां तैनात सब रजिस्टार के खिलाफ का यह कोई पहला मामला नहीं है। कई बार यहां भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया जा चुका है और मामले की शिकायत संबंधित विभाग के उच्च अधिकारियों से भी की गई है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यही नहीं पहले भी कई फर्जी बनाने किया जा चुके हैं जिसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की जा चुकी है सलोन तहसील के अंतर्गत भी एक डॉक्टर को यहां करोड़ों रुपए की जमीन का बैनामा किया गया, लेकिन उसमें भी स्टांप की चोरी की गई। बैनामा लेखकों की माने तो, यहां लगातार रास्ता भेजो में हेर फेर करके लगातार भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है।