रायबरेली के कलेक्ट्रेट परिसर स्थित डीएम ऑफिस में नेता विजय विद्रोही की अध्यक्षता में मंगलवार को उत्तर प्रदेश मिड डे मील वर्कर्स यूनियन के आह्वान पर रसोईया कर्मियों ने कलेक्ट्रेट परिसर व विकास भवन में धरना दिया और जुलूस निकाल कर जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया व जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा हैं।
दरसल कलेक्ट्रेट स्थित डीएम ऑफिस के सामने प्रदर्शनकरियों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष सरस्ववती ने कहा कि, हम रसोइया कर्मी बहुत अल्प मानदेय और बेहद कठिन परिस्थितियों में अपने कार्य को वर्षो से कुशलता,पूर्वक संपादित करती आ रही हैं। 2000 रु मासिक मिलने वाली मानदेय की राशि भी आज तक कभी भी नियमित रूप से नही मिली। अभी भी 5 माह की मानदेय राशि बकाया है।
उन्होंने आगे कहा कि न तो कोई स्वास्थ्य सुविधा है और न ही जीवन बीमा। नवीनीकरण के नाम पर मनमाने ढंग से निष्कासन आम बात हो गई है। धुंआ मुक्त प्रदेश में हम जुगाड की लकड़ी में खाना पकाने के लिए बाध्य हैं। गैस सिलेंडर नुमाइस की सामान भर हैं। जिला सचिव विद्यावती ने कहा कि खाना बनाने के साथ सफाई कर्मचारी से लेकर चपरासी तक के सारे काम करने पड़ते हैं। नेता विजय विद्रोही ने कहा विभिन्न विद्यालयों के सन्नविलयन ( कंपोजिट) की दशा में रसोईया कर्मियों की अबाध सेवाओं की गारंटी करने पूरे 12 माह का मानदेय अनुमन्य करते हुए न्यूनतम वेतन की गारंटी करने सभी विद्यालयों को एक सर्कुलर जारी किए जाने वाले दुर्व्यवहार पर रोक लगाई जाए और उत्पीड़न की घटनाओं और यौन दुर्व्यहार के विरुद्ध त्वरित न्याय के लिए जेंडर सेल गठित करने की मांग लंबे समय से उठ रही है पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। महिलाओं के श्रम की लूट का ऐसा भयानक दौर कभी नहीं देखा गया। बाद में मुख्यमंत्री की संबोधित 7 सूत्रीय ज्ञापन देकर भुगतान सहित अन्य सवालों को हल करने के लिए त्वरित कार्यवाही करने की मांग की।