बाग व मुर्गी फार्म में भी लगाए गए नल
ब्यूरो रिपोर्ट : शिवा मौर्या
जिले के विभिन्न तहसील क्षेत्र के गांवों में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जल पूर्ति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा जल जीवन मिशन योजना के तहत, हर घर जल पहुंचाने का जो सरकार ने वादा किया था। उसमें ठेकेदारों व अधिकारियों व कर्मचारियों ने जमकर मनमानी और अनियमिता बरतते हुए भ्रष्टाचार किया गया है। यहाँ टंकी बनाने से लेकर हर घर नल पहुंचने तक में किए गए भ्रष्टाचार कड़ियां खुलने लगी है। प्राप्त जानकारी अनुसार बता दे की,जिले के सदर तहसील क्षेत्र के ब्लॉक राही के अंतर्गत आने वाले ग्राम सरायं मुगला, उमरा कसेहटी राही सहित अन्य गांव में जल जीवन मिशन के तहत बनाई गई पानी की टंकी में इस कदर भ्रष्टाचार किया गया है, कि अगर इसकी सही से जांच हो जाए तो कई भ्रष्टाचारियों को जेल भी हो सकती है।

यहां राही ब्लॉक ग्राम सरायं मुगला में कार्यदाई संस्था एनसीसी लिमिटेड द्वारा जल जीवन मिशन योजना के तहत पानी की टंकी लगाने से लेकर हर घर नल पहुंचने तक में भ्रष्टाचार किया गया है। यह हम नहीं, यहां के लोग कह रहे हैं। क्योंकि यहां घरों में नल लगवाने वाले लोगों के साथ-साथ उनकी बाग में मुर्गी फार्म पर शौचालय में जिसे जहां जो मन हुआ उसने अपने तरीके से नल लगवाने का काम किया। और अब उन टोटियों से लगातार अनावश्यक रूप से पानी बहता रहता है। जिसकी कोई देखरेख भी नहीं करता। इस दौरान कार्य पूरा दिखाकर सरकार से धन आहरण कर लिया गया है और उस धन का बंदरबांट किया, ग्राम सराय मुगल में जो प्रोजेक्ट की लागत थी, 224.93 लाख रुपए टंकी के बगल में स्थित बोर्ड में अंकित की गई है। इस लागत में कितना खर्च हुआ और कितना बचा यह कोई नहीं जानता।जिसमें सहायक अभियंता और अवर अभियंता व कार्यकारी संस्था एनसीसी लिमिटेड के एम के पति का नाम भी दर्ज किया गया है। हालांकि अन्य गांव में भी ऐसे ही मनमानी और अनियमियता बरती गई है। गर्मी के दौरान पानी की खपत भी ज्यादा होती है। लेकिन जिस तरह से यहां मनमाने ढंग से कार्य कराया गया है।

उस कार्यदाई संस्था और जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।टंकी के निर्माण से लेकर हर घर नल पहुंचने तक का जो वादा सरकार का था। उसमें भी धोखाधड़ी और घपलेबाजी की गई है। ग्रामीणों ने बताया कि जिस तरह से यहां मनमाने तरीके से नल लगाए गए हैं और टंकी परिसर की बाउंड्री वॉल से लेकर टंकी बनाने तक में कार्य किया गया है उसमें भ्रष्टाचार व्याप्त है। अब देखना यह है कि जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारी व कर्मचारी क्या कार्रवाई करते हैं क्या नहीं यह तो आने वाला वक्त बताएगा।